धनौल्टी-उतराखंड।(आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया) देश के 25 राज्यों में टीम आरजेएस और टीजेएपीएस केबीएसके द्वारा सकारात्मक भारत आंदोलन के अंतर्गत सकारात्मक पत्रकारिता सकारात्मक भारत मिशन चलाया जा रहा है। इस वक्त उत्तराखंड सप्ताह यात्रा 19से 25फरवरी तक है फिर बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में सकारात्मक यात्राओं और बैठकों से क्रांतिकारी सकारात्मक बदलाव लाने की एक कोशिश है।19फरवरी को दिल्ली से रूड़की,हरिद्वार और देहरादून होते हुए 25 राज्यों की टीम आरजेएस(राम-जानकी संस्थान) प्रतिनिधिमंडल , राजेंद्र सिंह यादव ,प्रखर वार्ष्णेय और प्रांजल श्रीवास्तव राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना के नेतृत्व में रूड़की हरिद्वार, देहरादून , मंसूरी में बैठकें और लघु बैठकें करते हुए 23 फरवरी को धनौल्टी पहुंचा। आज आरजेएस उत्तराखंड सप्ताह यात्रा मसूरी से बाटाघाट- गांव कांडा जाख,मसराना की वैली ,सुआखोली,रोतु की वैली-पहाड़ी घर होते हुए देवभूमि रसोई के पंकज अग्रवाल की अगुवाई में सकारात्मक लघु बैठकें करते हुए धनौल्टी पहुंचा। धनौल्टी में टीम आरजेएस प्रतिनिधि मंडल ने उत्तराखंड संस्कृति व पहाड़ी खाना पर आरजेएस की 131वीं सकारात्मक बैठक आयोजित की।
बैठक में उत्तराखंड के लोक गायक स्व०पवेंद्र कार्की (पप्पू कार्की)को श्रद्धांजलि दी गई।
बैठक की अध्यक्षता व्यापार मंडल, धनौल्टी के अध्यक्ष रघुवीर रमोला सहित देवेंद्र सिंह बेलवाल, तपेंद्र ,धीरज ,आनंद सिंह रांगड़ ,कुलदीप नेगी ,यशपाल सिंह बेलवाल, श्याम सिंह
का टीम आरजेएस द्वारा स्वागत किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्री रमोला ने कहा कि आरजेएस की इस मुहिम का हम और हमारे व्यापारी भाई पूरा पूरा सहयोग करेंगे। आरजेएस फैमिली से जुड़े देवभूमि रसोई के पंकज अग्रवाल का ये प्रयास एक दिन जरूर रंग लाएगा। हम धनौल्टी आनेवाले देसी विदेशी पर्यटकों को पहाड़ी खाना उपलब्ध कराने की दिशा में आगे बढ़ेंगे । विशिष्ट अतिथि श्याम सिंह ने कहा कि घर घर में महिलाओं को रोजगार देने का सकारात्मक कार्य करेंगे।
श्री बेलवाल और श्री कुलदीप नेगी ने कहा कि उत्तराखंड यानि देवभूमि और इसके व्यंजनों का जवाब नहीं। इसके प्रचार प्रसार के लिए उत्तराखंड में आरजेएस फैमिली से जुड़े श्रृंखला बैठक के आयोजक पंकज अग्रवाल का सपना हमारा सपना बनेगा पहाड़ी खाना सर्वसुलभ हो, इसके लिए धनौल्टी में सकारात्मक कार्य किया जाएगा। धनौल्टी में विशेष जगहों पर लोग उत्तराखंड की कोई न कोई पहचान प्रदर्शित करेंगे और पर्यटकों को पहाड़ी खाना उपलब्ध कराएंगे।
बैठक के आयोजक पंकज अग्रवाल ने आमंत्रित सभी पत्रकारों और समाज सेवियों का स्वागत करते हुए कहा कि देवभूमि रसोई यानी पहाड़ी खाना दुनिया के सामने आना चाहिए।
श्री पंकजअग्रवाल ने कहा कि धनौल्टी में गढ़भोज रेस्टोरेंट की कार्य योजना तैयार हो रही है। पहाड़ी खाना के ब्रांडिंग की बेहद जरूरत है और रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और पलायन रूकेगा। पहाड़ी अन्न और सब्जियों की उपज चुंकि ऊंचाई पर होती है और अनाज में कोई प्रदूषण नहीं होता। इसलिए पहाड़ी भोजन स्वास्थ्य के लिए सेहतमंद होता है।
उत्तराखंड का भोजन सबसे सादा और हैल्दी है।ये बनाने में भी आसान होता है। पहाड़ी खाना कांसा ,तांबा,पीतल और जस्ता के बर्तनों में परोसा जाए तो आनेवाले पर्यटकों को पर्यटन की दृष्टि से ये संदेश भी दिया जा सकता है कि पहाड़ी भोजन की सार्थकता और प्रामाणिकता आज के प्रदूषित वातावरण में
बहुत ज्यादा है।
हरिद्वार देवभूमि रसोई की एक और कड़ी मंसूरी में इसी मंतव्य से की गई है कि उत्तराखंड आनेवाले पर्यटकों को पहाड़ी संस्कृति से रूबरू कराया जा सके। पहाड़ी खाना में मंडुवे की आटे में गहद भरी हुई भरया रोटी , पहाड़ी मट्ठा पल्लर, पहाड़ी झंगोरे का दलिया ,खीर आदि बनाए जा सकते हैं।मिष्ठान में बाल मिठाई,मीठू बात,खोई पेड़ा और लोई पेड़ा , सिंगोड़ी आदि प्रमुख पसंदीदा व्यंजन हैं जिन्हें सर्व सुलभ किया जा सकता है।
आरजेएस के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने कहा कि अन्य राज्यों की संस्कृति के प्रोत्साहन करने की तरह पहली बार 25राज्यों की आरजेएस फैमिली और पॉजिटिविटी मीडिया ने उत्तराखंड संस्कृति व व्यंजन को समर्थन देनेके लिए 19 फरवरी से 25 फरवरी तक यात्रा कर समर्थन दिया है।
हरिद्वार, देहरादून, मंसूरी, रोतुली की बेली ,धनौल्टी, टेहरी, ऋषिकेश आदि क्षेत्रों में रहने वाले भाई बहनों से मिलकर आरजेएस प्रतिनिधिमंडल हाल-चाल पूछ रहे हैं और पहाड़ी खाना को प्रमोट कर रहे हैं। 24फरवरी को आरजेएस की 132वीं सकारात्मक बैठक नई टिहरी प्रेस क्लब, उत्तराखंड में सुबह ग्यारह बजे उत्तराखंड के पहाड़ी व्यंजनों पर आयोजित की जाएगी।