भोजपुर-रतनाढ़ पंचायत (आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया) आज देश में जहां बिहार राज्य से बाहर कमाने गए कमजोर वर्गों के प्रवासियों की हालत ये हो गई है कि वो लाकडाउन में भी चाहते हैं कि कैसे भी अपने गांव पहुंच जाएं। आरजेएस के राष्ट्रीय आरजेएस स्टार अजय कुमार ने बताया कि
अगर वो गांव पहुंचते हैं तो उसकी सूचना कोरोना टेस्ट करनेवालों को देना उस परिवार की जिम्मेदारी और कर्तव्य भी है। ग्रामवासियों को लगातार बड़े-बुजुर्ग और जिम्मेदार लोग जागरूकता फैला रहे हैं।
बीमारी से बचने के लिए गांव में “घर में रहें” मुहिम को प्रमोट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि
रतनाढ़ पंचायत के बेरथ गांव में पैक्स अध्यक्ष आरजेएस स्टार
भानू प्रताप का प्रयास रंग ला रहा है।
भोजपुर रतनाढ़ पंचायत में आए दिन नीलगाय के कहर से परेशानियों का सामना करते हुए बेरथ में सब्जी उपार्जन कर लेना बहुत ही कठिन काम है।
उसपर तुर्रा ये कि इस साल की भारी बारिश का भी किसानों को सामना करना पड़ा। और इसलिेए सब्जी उपार्जन कर लेना बहुत ही कठिन काम है।
लेकिन हिम्मते मर्दों मददे खुदा। कठिन संघर्षो को पार कर चौबीसों घण्टे पहरा देकर मूली-गोभी एवम पालक का उपार्जन कर रहे हैं बेरथ के किसान कमलेश कुशवाहा।
लाॅकडाउन को देखते हुए घरों में रहना जरूरी हो गया है।
आरजेएस स्टार की प्रेरणा से कमलेश कुशवाहा
बेरथ के घरों में बैठे करीब दो सौ ग्रामीण ग्राहकों को सब्जी की कमी महसूस नहीं होने दे रहे हैं ।रतनाढ़ पंचायत पैक्स अध्यक्ष घर में रहने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। कमलेश कुशवाहा ,बाजार से आधे दाम पर घर-घर जाकर आरजेएस एंटी-कोरोना जागरूकता मुहिम के बारे में ग्रामीण लोगों ,खासकर महिलाओं को जागरूक करते हुए ,तीन फीट की दूरी से सब्जी तौलकर दे रहे हैं।
सम्पूर्ण लॉक डाउन में बाजारों में सब्जी की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई ।
लेकिन किसान कमलेश कुशवाहा बाजार की कीमतों से बेफिक्र होकर सेवा भावना से लोगों तक सब्जी घर घर जाकर पहुंचा रहे हैं।
आरजेएस सकारात्मक भारत आंदोलन चला रहे राम-जानकी संस्थान आरजेएस नई दिल्ली के राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने
कहा कि गांव गांव में ऐसे सकारात्मक कार्य करनेवालों को टीम आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया से जुड़े पत्रकार और मीडिया संस्थान उत्साह वर्धन करेंगे। साथ ही कुछ लोगों को आरजेएस स्टार अवार्ड्स के लिए भी नामित (नोमिनेट)किया जाएगा।उन्होंने कहा कि
कोरोना जैसी माहामारी और मुसीबत की घड़ी में भी जहां लोग बाजार और आहर-नाहर
पर इकट्ठा होने से बाज नहीं आ रहे हैं ,वहीं एंटी-कोरोना यौद्धा बनकर कमलेश कुशवाहा युवा पीढ़ी को भी अपने कार्यों से सकारात्मक और सार्थक प्रयास कर रहे हैं।