आज जब पूरी दुनिया कोरोना जैसी वैश्विक महामारी की वजह से अपने घरों की चारदीवारी में कैद है, शादियों के शोर और हलचल के बीच पसरे सन्नाटे में केवल एंबुलेंस और पुलिस की गाड़ियों का ही सायरन सुनाई दे रहा है। इस तरह से चारों ओर फैले हुए सन्नाटे मानव इतिहास के सबसे बड़े विनाश की तरफ इशारा कर रहा हैं।
ऐसे हालात में समाज के प्रतिष्ठित लोगों के समर्थन से इन विषम परिस्थितियों में काम करने वालों को बल मिलता है। मीडिया जगत की जानी मानी हस्ती इंटरनेशनल जर्नलिज्म सेंटर एवं ICMEI के प्रेसिडेंट संदीप मारवाह ने इस बीच पत्रकारों का हौसला अफजाई किया।
हर तरफ पुलिस मुस्तैदी से तैनात होकर घरों में रहने की हिदायत दे रही है, तो इस धरती पर भगवान का रूप माने जाने वाले डॉक्टर दिन रात एक करके कोरोना पीड़ितों की सेवा में लगे हुए हैं। इन सबके बीच अपनी जान को जोखिम में डालकर पल-पल की खबरें आप तक पहुंचाने के लिए पत्रकार बंधुओं द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। उनके साहस और समर्पण को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
वैश्विक महामारी के इस दौर में जब हर कोई बाहर निकलने से खौफ खा रहा है तब इस महामारी में कवरेज कर रहे पत्रकार अपने कर्तव्यों से एक कदम आगे बढ़कर मानवता की सेवा कर एक मिसाल कायम कर रहे हैं। महामारी के इस दौर में अधिकतर पत्रकार प्रतिस्पर्धात्मक पत्रकारिता को तिलांजलि देकर सकारात्मक एवं कल्याणकारी पत्रकारिता को आत्मसात कर समाज की सेवा कर रहे है।
पत्रकारों के साहस समर्पण एवं सेवा भाव की सराहना करते हुए मीडिया जगत की सूर्य शिरोमणि इंटरनेशनल जनरलिज्म सेंटर के अध्यक्ष संदीप मारवाह ने कहा कि – “जब भारत सहित पूरी दुनियां आज वैश्विक महामारी के संकट से जूझ रही है, लोग डर के मारे घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं ऐसे में जोखिम भरी पत्रकारिता कर रहे पत्रकार हम तक पल-पल की खबरें पहुंचा रहे है यह बड़ा ही साहस पूर्ण एवं सराहनीय कार्य है।
इंटरनेशनल जनरलिज्म सेंटर की स्थापना वर्ष 2007 में देश एवं विदेश से आए हुए प्रतिष्ठित पत्रकारों की उपस्थिति में मारवाह स्टूडियो के संस्थापक संदीप मारवाह जी के नेतृत्व में की गई थी, जिसका उद्देश्य विश्व भर में सकारात्मक एवं कल्याणकारी पत्रकारिता को बढ़ावा देना और मानव मूल्यों को ध्यान में रखकर पत्रकारिता को एक नई दिशा देना है।
इंटरनेशनल जर्नलिज्म सेंटर एवं आईसीएमईआई के प्रेसिडेंट संदीप मारवाह के नेतृत्व में निजी क्षेत्र में देश के सबसे बड़े पत्रकारिता संस्थान एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविज़न के साथ चलाया जा रहा है, जहां से शिक्षा प्राप्त करके छात्र एवं छात्राएं आज भारत सहित पूरी दुनियां के प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
वैश्विक महामारी के दौरान कवरेज में लगे हुए सभी पत्रकारों को धन्यवाद देते हुए संदीप मारवाह ने कहा कि “मुझे बड़ा गर्व महसूस होता है कि जब मैं उन चेहरों को देखता हूं जो मारवाह स्टूडियो में पढ़कर देश के प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनलों की शोभा बढ़ा रहे हैं। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में लोकतांत्रिक मूल्यों को समाज के सबसे निचले तबके तक पहुंचाने का जो सपना मैंने संजोया था आज पूरा होता नज़र आ रहा है।
इंटरनेशनल जर्नलिज्म सेंटर पत्रकारों के लिए ही नहीं बल्कि संपूर्ण पत्रकारिता जगत के समावेशी विकास के लिए कार्य कर रहा है जिसके तहत प्रत्येक वर्ष “ग्लोबल फेस्टिवल ऑफ जर्नलिज्म एवं 12 फरवरी को इंटरनेशनल डे ऑफ जर्नलिज्म” का आयोजन कर पूरी दुनियां के पत्रकारों को एक मंच पर लाने का प्रयास संदीप मारवाह जी द्वारा किया जाता है।
देश के किसी भी निजी संस्थान द्वारा पत्रकारिता में इतना गुणात्मक सुधार आज तक नहीं किया गया, जितना मारवाह स्टूडियो द्वारा किया गया है। इसी लिए मारवाह स्टूडियोे आज भारत सहित दुनिया के कई देशों में पत्रकारिता के लिए सबसे पसंदीदा संस्थान के रूप में लोकप्रिय है।