किसान आंदोलन के समर्थन और कृषि कानून के विरोध में आरजेडी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने शनिवार प्रदेश भर में मानव श्रृंखला बनाई. इस दौरान महागठबंधन की अन्य पार्टियों ने भी आरजेडी का साथ दिया. विपक्ष के इस कार्यक्रम में किसानों ने भी हिस्सा लिया और केंद्र सरकार से कृषि कानून वापस लेने की मांग की. हालांकि, सत्तापक्ष के नेताओं का दावा है कि आरजेडी का यह कार्यक्रम फ्लॉप रहा और किसानों ने तेजस्वी को नकार दिया|
तेजस्वी ने ट्वीट कर कही ये बात
जिनके श्रम से सारा देश खाता है रोटी
जुल्मी सरकार रोज उन्हें मारती है लाठीसरकार के लुटेरे फंडदाताओं और देश के मेहनतकश अन्नदाताओं की इस लड़ाई में हम दृढ़ता के साथ किसानों के साथ है।
काले कृषि क़ानूनों के विरोध में बिहार के गाँव-गाँव में किसानों ने मानव श्रृंखला का निर्माण किया। pic.twitter.com/iBo7R1yISn
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) January 31, 2021
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आरजेडी की मानव श्रृंखला को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तंज कसा था. मांझी ने एक आधिकारिक ट्वीट में कहा था कि तेजस्वी यादव जी अगर आपके पास कार्यकर्ता नहीं हैं, तो हमलोगों से ही ले लेतें पर मानव श्रृंखला के मामले में बिहार की फजीहत तो नहीं करातें. एक तरफ कहां नीतीश कुमार जी के आह्वान पर बनी रिकार्ड मानव श्रृंखला, दूसरी तरह कहां आपकी चंद लोगों की फ्लॉप मानव श्रृंखला|
पूर्व सीएम मांझी के अलावा जेडीयू नेता नीरज कुमार ने भी आरजेडी की मानव श्रृंखला पर निशाना साधा था. जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि संपत्ति सृजन, भ्रष्टाचार, नरसंहार और अपराध के नाम पर लालू प्रसाद यादव ने राजनीति को शर्मसार किया था. लेकिन बदलते दौर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने सामाजिक सरोकार के विषयों पर मानव श्रृंखला का विश्व रिकॉर्ड बनाया. लेकिन पॉलिटिकल टूरिस्ट तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की अति लघुतम मानव श्रृंखला ने बिहार की राजनीति को शर्मसार करने का काम किया|