- कोरोना वायरस संक्रमण ऐसी बीमारी है जिसे वैश्विक संगठन द्वारा महामारी घोषित किया गया है।
परन्तु इस महामारी से बचने के लिए दवा के साथ ही आत्मविश्वास और जागरूकता भी जरुरी है। आईये जानते है हम शिक्ता वार्ष्णेय और दीपक वार्ष्णेय का अनुभव कथन जिनके हौसलों के आगे कोरोना हार गया। जिन्होंने अपने आत्मविश्वास, संयम और सूझ बुझ से कोरोना से जंग को जीत लिया और अब ये पूरी तरह से स्वस्थ हैं। साथ ही कोरोना पीड़ित लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत भी बने हुए हैं।
कोरोना बीमारी जरूर है पर इसको हौवा हम इंसान ही बना रहे हैं जब भगवान इतने राक्षसों को मारने की शक्ति रखते हैं तो ये भी उनका ही एक दुश्मन है जिसकी उनसे युद्ध चल रहा है और इस युद्ध में हमें प्रभु का साथ देना है तभी इसको जीतने में हम सभी सफल हो पायेंगे ऐसा मेरा अनुभव कहता है और इसके लिए हमें कुछ नहीं करना है। एक भवन्नम का नित्य जाप करना है जैसे किसी नेता को जिताने के लिए हम कितने नारे और पोस्टर लगाते हैं और उनका गुणगान करते हैं और वो नेता सफल होता है बस ऐसे ही समझो ये बिमारी तीन चार दिन तो नॉर्मल लगती है खांसी बुखार लेकिन पांचवे दिन के बाद ये तीन चार दिन बहुत भयावह रूप ले लेती है उस समय हमारा प्रभु और अपने सगे संबंधियों की दुवाओं और प्यार के अलावा कोई नहीं होता। इस समय आपको अपने उपर और अपने ईश और गुरु का ही साथ करना चाहिए अगर वो सांसे छिनेगा भी तो उसी के साथ हो लेंगे और वो कभी किसी से कुछ भी नहीं छीनता ।
आप दवा भी ले रहे हैं भाप गरारे, काढ़ा सब ले रहे हैं तब भी कंट्रोल क्यों नहीं होता। अपनी जीने की इच्छा शक्ति और एक राक्षस को मारने का मन में संकल्प रखो सब सही होगा। बस एक दुश्मन से लड़ना है और कुछ नहीं है जिसने अपनी इच्छाशक्ति मजबूत रखी वहीं जंग जीत लेता है। हमें जितना है न कि दुश्मन को जिताना है ऐसा दृढ़ संकल्प रखो तो कामयाबी हाथ लगेगी।
इसके साथ में आप नीम और उसमें अदरक डालकर भाप ले बहुत कारगर है और पानी में फिटकिरी डालकर गरारे दिन में 4-5 बार जरूर करें और पीने का पानी गरम गरम ही लें। रात में एक चुटकी हल्दी फांक कर गरम पानी पीकर सोएं। अनुलोम विलोम प्राणायाम बहुत जरूरी है और थोड़ा कमरे में ही टहलना ये सब हमने किया है इसलिए शेयर कर रही हूं। 6-7 दिनों के बाद सब नॉर्मल होने लगता है कमजोरी तो महीने से ज्यादा रहती है।
एक साल बाद फिर से पूरी दुनिया में कोरोना वायरस लगातार फैलता जा रहा है। 21 मार्च 2020 को भारत में जनता कर्फ्यू लगाया गया था, आज एक साल बाद फिर वही स्थिति बन रही है। भारत के कई क्षेत्रों में दोबारा नाइट कर्फ्यू लगाया गया है, तो कई क्षेत्रों में पूर्ण लॉकडाउन लगाना पड़ा
है। वर्तमान में इस बीमारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क लगाएं।
देखिये कोरोना को कैसे हरा कर लौटी यह जोड़ी, साझा किए अपने अनुभव
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