दिल्ली: आने वाला कल कैसा होगा इसको लेकर हर कोई चिंतित है, दिन प्रतिदिन जलवायु परिवर्तन ने हर किसी की चिंता को बढ़ा दिया है, हर देश इसको लेकर कोई ना कोई मुहिम छेड़े हुए हैं लेकिन क्या सच में इस विषय पर कुछ काम हो रहा है या इसमें हमारी भी कुछ खुद की जिम्मेदारियां बनती हैं इसको लेकर शहीद राजपाल डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, दयानंद विहार और इंद्रप्रस्थ विज्ञान भारती के सौजन्य से विद्यार्थी विज्ञान मंथन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में ‘जलवायु परिवर्तन और सौर ऊर्जा’ पर देश विदेश में अपनी रिसर्च कर रहे भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(मुम्बई) के प्रोफेसर चेतन सिंह सोलंकी मुख्य वक्ता रूप में शामिल हुए। उनके द्वारा सौर ऊर्जा क्षेत्र में किए गए कार्यों के कारण उन्हें ’द सोलर मैन आफ़ इण्डिया’ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने भारत को स्थायी सौर ऊर्जा में एक वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। सौर ऊर्जा की प्रभावशीलता को प्रदर्शित करते हुए भारतीय नागरिकों को स्थायी रूप से जीवन यापन करने के लिए प्रेरित किया और इसी उद्देश्य से प्रोफ़ेसर सोलंकी ने ’ऊर्जा स्वराज यात्रा’ प्रारंभ की। सोलंकी जी ने छात्रों और भारतीय नागरिकों में सौर ऊर्जा के प्रति जन चेतना के लिए अपनी स्वेच्छा से सौर बस के माध्यम से दस वर्षों में भारत के सभी राज्यों में भ्रमण करने का संकल्प लिया है। प्रोफेसर चेतन अब तक 30 से ज्यादा देशों की यात्रा अपनी इस मुहिम के माध्यम के जरिए कर चुके है। शहीद राजपाल डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल में इस कार्यक्रम में 35 से ज्यादा स्कूल के बच्चों ने भाग लिया, इस दौरान बच्चों को संबोधित करते हुए और अपने वक्तव्य में प्रोफेसर चेतन ने कहा कि आज जलवायु में हो रहे परिवर्तन की वजह हम नहीं बल्कि मैं हूं हमें यह सोचना होगा कि अपने किए को इंसानों की गलती न कह कर मेरी खुद की कमी बता कर खुद में सुधारना करना होगा। साथ ही उन्होंने बच्चों से अपील की कि उन्हें अपनी कई चीजों में सुधार करना होगा जैसे मोबाइल फ्रिज एसी इन चीजों का आदि ना होकर अपनी जरूरतों को कम करना होगा । उन्होंने अपना खुद का एक्सपीरियंस बताया कि वह अपने घर में ना ऐसी का यूज़ करते हैं ना ही फ्रिज का और ना ही वह अपने कपड़ो पर स्त्री करते हैं।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. एन. के. ओबेराय (उपाध्यक्ष, डी.ए.वी. प्रबंधकर्त्री समिति) और डा. जयंत (राष्ट्रीय आयोजन सचिव, विज्ञान भारती) मुख्य अतिथि रहे। इनके साथ ही इस कार्यक्रम में डा. अरविंद सी. रानाडे (राष्ट्रीय संयोजक जनरल, विद्यार्थी विज्ञान मंथन) प्रो. पुनीत मिश्रा (अध्यक्ष, इंद्रप्रस्थ विज्ञान भारती), डा. मयूरी दत्ता (राष्ट्रीय समन्वयक रजि. और आउटरीच, विद्यार्थी विज्ञान मंथन) शामिल हुए।
कार्यक्रम के संबंध में विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती विनीता कपूर ने अपने विचार प्रस्तुतु करते हुए कहा कि निश्चित रूप से यह सत्र अत्यंत गंभीर और जलवायु परिवर्तनों से हो रहे विनाशकारी परिणामों से अवगत करने एवं सौर ऊर्जा के उपयोग व संरक्षण में छात्रों को प्रेरित करेगा।
डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल में विद्यार्थी विज्ञान मंथन कार्यक्रम,सौर ऊर्जा सेभारतीय नागरिकों को स्थायी रूप से जीवन यापन करने के लिए प्रेरित किया
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