संगठित अपराधियों का ख़ात्मा और लॉ एंड ऑर्डर में ज़बरदस्त सुधार यही वह सूत्र है जिस पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार खुद को साबित करती आ रही है. भाजपा के कार्यकर्ता दबे-छुप के भले ही प्रशासन में उनकी कोई पूछना होने बात करते रहें लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता टीम योगी की त्वरित कार्यवाही की शैली से काफ़ी संतुष्ट नज़र आ रही है.
मुस्तैद टीम योगी की बानगी का एक ताज़ा वाक़या आज कल सोशल मीडिया पर खूब वाइरल हो रहा है जिसमें एक पिछले 9 महीनों से अपने कार्यालय में न्याय की गुहार लगा रहे श्रम विभाग में कार्यरत एक आशुलिपिक की प्रार्थना पर तुरंत संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री के एक विशेष कार्य अधिकारी ने त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
क्या है मामला
बता दें कि आशुलिपिक अमित कुमार को बीती 25 जनवरी को उनके बच्चों की त्रुटि के कारण पद से हटा दिया गया था. अमित का कहना है कि वे जब घर पर सो रहे थे, उसी दौरान घर के किसी बच्चे ने अज्ञानता वश एक सोशल मीडिया संदेश, श्रम विभाग के ऑफिशियल ग्रुप पर शेयर कर दिया. हालाँकि जब अमित कुमार को इसकी जानकारी हुयी तो उन्होंने तत्काल ही मांफी मांग ली लेकिन इसके बाबजूद आला अधिकारियों ने उस पर आपत्ति जताते हुए उसे निलम्बित कर दिया गया. जिसके बाद कई बार मौखिक और लिखित रूप से मांफी मांगी गई, कार्यालय में जाकर जाकर भी क्षमा याचना की गयी लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई.
जिसके बाद अमित कुमार ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री को टैग करते हुए इस संबंध में ट्वीट किए, जिस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष कार्यअधिकारी डॉ॰ सरवन सिंह बघेल ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मामले में उचित कार्रवाई करने के त्वरित निर्देश दे दिए. न्याय पाने के बाद आशुलिपिक ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा उनकी टीम का आभार व्यक्त किया है.
गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले 5 साल में मज़बूत प्रशासक की छवि को देश भर में स्थापित कर चुके हैं. इस प्रशासन को सुचारु रूप से एक मॉडल का रूप देने के लिए चुन-चुन कर अपने विश्वसनीय और अनुभवी प्रशासकों की एक टीम बनायी है जिसमें अपर मुख्य सचिव एस॰ पी॰ गोयल, DGP देवेंद्र सिंह चौहान, प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, ADG L&O प्रशांत कुमार, OSD संजीव सिंह, OSD राजभूषण रावत और OSD सरवन सिंह बघेल जैसे कुछ नाम प्रमुख हैं.
इसी साल मई माह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नए विशेष कार्यअधिकारी (ओएसडी) के रूप में डॉक्टर सरवन सिंह बघेल की नियुक्ति की गई थी. अपनी नियुक्ति के बाद से ही सरवन सिंह बघेल एक्शन में नजर अ रहे हैं. CM योगी की जन हितैषी छवि के अनुरूप ही वह लगातार जन शिकायतों का निर्वहन कर रहे हैं.