राफेल डील के विवाद पर कांग्रेस और मोदी सरकार आमने-सामने हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं. अब वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर पलटवार किया है. जेटली ने कहा कि राफेल के दाम पर कांग्रेस लगातार अलग-अलग बयान दे रही है और वो खुद कंफ्यूज है.
अरुण जेटली ने बुधवार को ब्लॉग लिख कांग्रेस पर हमला बोला और राहुल गांधी से 15 सवाल पूछे. जेटली ने अपने ब्लॉग में लिखा कि कांग्रेस पार्टी बिना किसी आधार के सरकार पर इस डील को लेकर निशाना साध रही है.
राफेल सौदे को लेकर लगाए जा रहे आरोपों को केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने किंडरगार्टन या प्राइमरी स्कूल के बच्चों जैसी बहस करार दिया है. उन्होंने कहा, “मैं 500-कुछ दे रहा था, आपने 1600-कुछ दिए हैं… यह तर्क दिया जा रहा है… यह दिखाता है कि उन्हें (राहुल गांधी को) कितनी कम समझ है…”
अरुण जेटली ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टी से इस प्रकार की उम्मीद की जाती है कि कोई भी आरोप लगाने से पहले वह तथ्यों की जांच करें. उन्होंने कहा कि यूपीए की सरकार ने इस डील में करीब एक दशक की देरी की, जिसका सीधा असर राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ा. अरुण जेटली ने कहा कि 2015 से 2016 तक राफेल की कीमत को लेकर बातचीत की गई और करेंसी वेरिएशन के साथ अंतत: 2016 में इसे एग्जीक्यूट किया गया. इस तरह से एयरक्राफ्ट का दाम 9 फीसदी सस्ता हो गया. क्या कांग्रेस इस बात से अवगत है?