रामजन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विध्वंस सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया
वर्षो से चला आ रहा राम मंदिर बिवाद कब सुलझेगा ये कोई नही जानता , लेकिन जब भी यूपी में सत्ता का परिर्वतन होता है ये मुद्दा जरूर एक चर्चा का विषय बन जाता है। जब भी बाबरी का नाम लिया जाता है सियासी बयनबाजी शुरू हो जाती है ।
उत्तर प्रदेश के चुनावों के बाद एक बार फिर से रामजन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विध्वंस का मामला गरम हो गया है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इस मसले का हल आपसी बातचीत से निकाला जाना चाहिए और जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट मध्यस्थता कर सकता है।
वहीं दूसरी ओर आज यानी बुधवार को इस बात पर भी सुनवाई होनी थी कि क्या बाबरी मस्जिद को 1992 में गिराने के आरोपी रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत अन्य लोगों को इस मामले में हो रही सुनवाई के मुकदमे का सामना करना होगा। फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया है।
साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा था कि सीबीआई को इस मामले में निचली अदालत की तरफ से लिए गए फैसले के खिलाफ समय से एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करनी चाहिए थी। आपको बता दें कि निचली अदालत ने तकनीकी आधार पर इन सभी नेताओं को इस केस से बरी किया था, जिसके बाद हाईकोर्ट ने भी इस पर अपनी मुहर लगा दी थी