परीक्षा के दौरान बच्ची रोने लगी तो मां ने बच्ची को पुचकारते हुए कहा पढ़-लिख लूंगी तब न तूझे पढ़ाऊंगी
साक्षर होना कितने गर्व की बात होती है लेकिन पढ़ाई करना कितना कठिन काम होता है लेकिन पढने का जूनून इस कदर की आप देखकर हैरान हो जाऐंगे
अक्षर ज्ञान की महापरीक्षा के लिए रविवार को उम्रदराज लोगों में खूब उत्साह दिखा। आलम यह था कि शासकीय स्कूल टेमरी में एक मां अपनी मासूम बच्ची को लेकर परीक्षा देने पहुंची थी।
परीक्षा के दौरान बच्ची रोने लगी तो मां ने पुचकारते हुए कहा- चुप हो जा बेटी, परीक्षा दे दूं फिर घर चलेंगे। पढ़-लिख लूंगी तब न तूझे पढ़ाऊंगी। कुछ महिला-पुरुष तो अपने पोतों के साथ परीक्षा देने पहुंचे थे।
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान नोयडा के तत्वावधान में साक्षर भारत मिशन अंतर्गत राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा का आयोजन प्रदेश के 23 जिलों में हुआ। इसके लिए 417 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिनमें 3482 लोगों ने परीक्षा दी।