51 साल बाद सीमा सुरक्षा बल को पहली महिला कमांडेंट मिल गई, राजस्थान के बीकानेर की रहने वाली तनुश्री पारीक
देश की बेटियां अब हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है। देश के दुश्मनों सावधान हो जाओ अब भारत की बेटी बतौर कमांडेंट सीमा की सुरक्षा करेंगी । भारत रोज़-रोज़ नई ऊंचाइयां चढ़ रहा है। देर आयद दुरुस्त आयद, 51 साल बाद ही सही सीमा सुरक्षा बल को पहली महिला कमांडेंट मिल गई हैं। ये पहली महिला कमांडेंट कोई और नहीं, राजस्थान के बीकानेर की रहने वाली तनुश्री पारीक हैं।
दो दिन पहले ग्वालियर के टेकनपुर में तनुश्री की पासिंग आउट परेड हुई। परेड का नेतृत्व तनुश्री ने किया। इस परेड के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बीएसएफ की पहली लेडी असिस्टेंट कमांडेट के तौर पर सम्मानित किया। तनुश्री को बेस्ट इन ड्रिल, ऑल राउंड बेस्ट ट्रेनी, एफ एंड सी फ्रंटियर ट्रॉफी फॉर पब्लिक स्पीकिंग ट्राफी से नवाजा गया।
तनुश्री पंजाब की सीमा पर देश की सुरक्षा करेंगी। कमांडेंट बनने के बाद जब तनुश्री पहली बार बीकानेर पहुँचीं तो हवा में लहराते तिरंगे के बीच भारी भीड़ ने उनका ज़ोरदार स्वागत किया। इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस बात की खुशी है कि बीएसएफ को पहली फील्ड ऑफिसर मिली है। उम्मीद है और भी महिलाएं इस पेशे में आएंगी और सीमाओं की सुरक्षा करेंगी।