गर्भवती महिला ट्रिपल तलाक का शिकार हो गई। पीड़ित महिला को उसके पति ने तीन बार तलाक-तलाक बोलकर घर से बाहर निकाल दिया
धर्म समाज को चलाने का एक माध्यम होता है कोई भी धार्मिक नियम अपने अनुयायियों का कल्याण करना होता है लेकिन जब नियम समय के अनुकुल न हो तो उसे बदल देना चाहिए। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां एक गर्भवती महिला ट्रिपल तलाक का शिकार हो गई। पीड़ित महिला को उसके पति ने तीन बार तलाक-तलाक बोलकर घर से बाहर निकाल दिया। पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की तो कोई सुनवाई नहीं हुई। अब पीड़िता ने पीएम मोदी और सीएम योगी को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।
यह मामला सहारनपुर जिले के नानौता नगर की है। जहां एक गर्भवती महिला को उसके पति ने तीन बार तलाक तलाक कहा और घर से निकाल दिया। पीड़िता मामले की शिकायत लेकर थाने पहुंची। पुलिस को शिकायत दर्ज कराई। आरोप है कि पुलिस ने पीड़िता की कोई सुनवाई नहीं की।
पीड़िता ने बताया कि वह गर्भवती है। उसके पति और ससुराल वालों को शक था कि उसके पेट में पल रहा बच्चा बेटी हो सकती है। इसलिए वह महिला पर अबॉर्शन कराने का दबाव बना रहे थे। क्योंकि पहले से उसकी दो बेटियां हैं। मगर महिला ने इस बात से साफ इनकार कर दिया। नाराज होकर उसके पति ने उसे तीन बार तलाक बोलकर घर से निकाल दिया।