राम मंदिर और बाबरी मस्जिद का मुद्दा अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद से चल रहा है मामला
राम मंदिर निमार्ण का समर्थन करते हुए भारतीय मुस्लिम कारसेवक संघ के अध्यक्ष मोहम्मद आजम खान शुक्रवार ईंट लेकर अयोध्या पहुंचे। मुस्लिम कारसेवक संघ मंदिर निर्माण के लिए एक ट्रक ईंट लाया।
राम मंदिर बनाने के लिए ईंट लाने के सवाल पर मोहम्मद आजम खान ने कहा, ‘मैं एक पठान हूं , हमारे पूर्वज क्षत्रिय रहे होंगे, राम भी क्षत्रिय थे। हम मुस्लिम नफरत को मिटाकर एकता और प्यार बांटना चाहते हैं। हम मुस्लिम राम मंदिर निर्माण का समर्थन करना चाहते हैं।
क्या है मामला यहा देखे…
आपको बता दें कि राम मंदिर और बाबरी मस्जिद का मुद्दा अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है 1949 में विवादित ढांचे में रामलल्ला की मूर्ति अचानक प्रकट हुई इस पर हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच विवाद हुआ इस पर मुसलमानों ने एफआईआर दर्ज कराई कि यह मूर्तियां बाहर से लाकर रखी गई हैं।
निचली अदालत ने वहां ताला लगा दिया इसके दस साल बाद निर्मोही अखाड़े ने विवादित ढांचे पर अपना मालिकाना हक जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया फिर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने अपना हक जताया कोर्ट ने यथास्थिति बनाये रखने के आदेश दिये 1986 तक स्थिति बनी रही फिर तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ताला खुलवा दिया दूसरा मोड़ 1989 में आया 1989 में जब राजीव गांधी सरकार ने ही शिलान्यास की अनुमति दी। 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराए जाने के बाद दो एफआईआर दर्ज हुई थी । तब से मामला लम्बित है ।