सेक्स चेंज करवाने वालों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है, हाल ही में इस पर की गई एक रिसर्च में ये बात सामने आई।
समय बदल रहा है तो लोगो की सोच भी बदल रही है। विदेशों में सेक्स चेंज सर्जरी करवाना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन अब भारत में भी सेक्स चेंज करवाने का ट्रेंड बहुत देखने को मिल रहा है। एक समय था जब एक-दो मामले ही ऐसे सामने आते थे। लेकिन अब भारत की राजधानी में ही सेक्स चेंज करवाने वालों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। हाल ही में इस पर की गई एक रिसर्च में ये बात सामने आई।
रिसर्च में पाया गया कि पिछले 10 सालों में लोगों की बदलती सोच का ही नतीजा है कि सेक्स चेंज सर्जरी करवाने वालों की तादाद बढ़ गई है। डॉक्टर्स के मुताबिक, हर महीने 4 से 5 सेक्स चेंज सर्जरी के मामले सामने आ रहे हैं। हैरानी की बात ये है कि इस सर्जरी को करवाने के लिए ज्यादातर संख्या मिडिल क्लास लोगों की है।
कंसल्टेंट और साइकैट्रिक्स डॉ.राजीव मेहता ने अपने एक केस के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी 27 वर्षीय मरीज ने अपना सेक्स चेंज करवाया था। उसे लड़कियों जैसे कपड़े पहनना या डोल्स के साथ खेलने से नफरत थी। अपने पेरेंट्स के दबाव डालने पर वो डिप्रेशन में चली गई थी। उसके पेरेंट्स की सेक्स चेंज कराने के लिए अनुमति मिलने पर उसकी हालत में सुधार आने लगा। इसके बाद लड़की सफलतापूर्वक अपना सेक्स चेंज करवा लिया।
डॉ.राजीव का कहना है कि यह सर्जरी अपरिवर्तनीय है और एक बार सेक्स चेंज कराने के बाद उससे दोबारा बदला नहीं जा सकता। इसलिए सेक्स चेंज सर्जरी करने से पहले डॉ. उन्हें लगभग 6 महीने तक अपोजिट सेक्स की तरह रहने की सलाह देते हैं।