हमें पर्यावरण की रक्षा के लिए सबसे ज्यादा पौधों को संरक्षित करने की जरूरत है। हम पेड़ तो लगा लेते हैं लेकिन उसे पालना और उसे बड़ा करना सबसे बड़ी चुनौती
राष्ट्र निर्माण और पर्यावरण के संरक्षण के लिए मीडिया एसोसिएशन के तत्वाधान में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें देश के कई गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी गरिमामई उपस्थिति दर्ज कराई।
यह कार्यक्रम गांधी पीस फाउंडेशन नई दिल्ली में आयोजित किया गया जिसमें राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैय्यद ग़यरूल हसन रिज़वी, आकाशवाणी (राष्ट्रीय प्रसारण ) के निदेशक डी.एस.चौहान , IPS भैरव सिंह गुर्जर, राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य सुषमा साहू और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य स्वराज विद्वान आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे। राष्ट्र और पर्यावरण के उपर अपना व्याख्यान देते हुए सभी लोगों ने राष्ट्र निर्माण में समाज और सरकार की सहभागिता को बराबर-बराबर जिम्मेदार माना।
आकाशवाणी के डिप्टी डायरेक्टर डी एस चौहान जी ने कहा कि हमें पर्यावरण की रक्षा के लिए सबसे ज्यादा पौधों को संरक्षित करने की जरूरत है। हम पेड़ तो लगा लेते हैं लेकिन उसे पालना और उसे बड़ा करना सबसे बड़ी चुनौती होती हम गगनचुंबी इमारतों तो बना लेते हैं लेकिन हम अपने पर्यावरण को साफ रखने के लिए पेड़ पौधों को लगाने में उदासीनता दिखाते हैं। राष्ट्र के विकास में इन पेड़ पौधों की बड़ी ही भूमिका है।
तो वहीं पर IPS भैरो सिंह गुर्जर ने कहा कि जो परंपरागत प्रदूषण होते हैं उन्हें तो दूर करना ही है साथ ही जो मानसिक प्रदूषण है उसे दूर करने की अब सबसे ज्यादा जरूरत है। इस महत्वपूर्ण विषय पर सभी लोगों ने अपने-अपने विचार प्रकट किए और राष्ट्र निर्माण में समाज का योगदान को काफी महत्वपूर्ण बताया। शुरूआत एक से ही होती है और धीरे-धीरे वह पूरे समाज में फैलती है, शुरुआत हमें और आपको ही मिलकर करना है सकारात्मक दिशा में उठाया गया यह प्रयास समाज को राष्ट्र के निर्माण में बहुत ही योगदान देने वाला है