सेना ने कहा सेंसर चीफ प्रसून जोशी को हटा देना चाहिए
संजय लीला भंसाली की बहुप्रतीक्षित फिल्म पद्मावती पर सेंसर बोर्ड और निर्माताओं के बीच कथित समझौते की खबरों के बाद करणी सेना ने देशभर में फिल्म रिलीज के खिलाफ आंदोलन और बीजेपी को सबक सिखाने की धमकी दी है. शुक्रवार को सेंसर बोर्ड पर आरोप लगाते हुए सेना ने कहा, सेंसर चीफ प्रसून जोशी को हटा देना चाहिए. पूरी फिल्म पर सवाल उठाते हुए पूछा कि अब तक फिल्म बनाने वाले संजय लीला भंसाली जेल से बाहर कैसे हैं.
करणी सेना के नेता सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने जौहर प्रथा के उल्लेख पर नाराजगी जताई. कहा, जौहर इसलिए किया गया था क्योंकि माता पद्मिनी नहीं चाहती थीं कि खिलजी उनके मृत शरीर को भी हाथ लगा सके. अगर जान देनी होती तो वो जहर पीकर भी दे सकती थीं. उनका ये बलिदान महान था.
पद्मावती की फंडिंग पर सवाल उठाते हुए करणी सेना ने कहा, फिल्म उस दौरान बनी जब देशभर में नोटबंदी लागू की गई थी. करणी हमारे पास नोटबंदी के दौर में 4 हजार रुपये भी नहीं थे और इनको फिल्म के लिए कहां से करोड़ों की फंडिंग मिल गई. सरकार इसकी भी जांच कराए.
करणी सेना ने इस बात पर भी सवाल उठाए कि अब तक जब फिल्म को सरकार ने अनुमति नहीं दी और ना ही सेंसर बोर्ड ने अनुमति दी तो फिर क्यों संजय लीला भंसाली पर देशद्रोह का केस क्यों दर्ज नहीं हुआ. करणी सेना ने संजय लीला भंसाली पर हिन्दू संस्कृति को बेचने का आरोप लगाया.
केंद्रीय खेल राज्य मंत्री नेशनल शूटर राज्यवर्धन सिंह राठौर के अब तक इस्तीफा ना देने पर भी सवाल उठाए. कहा, राज्यवर्धन माता पद्मीनी के राज्य से आते हैं फिर भी उन्होंने अब तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया.
करणी सेना ने पद्मावती को रिलीज करने को लेकर बीजेपी को भी धमकी दी. कहा, आगे चलकर राजस्थान में 3 उपचुनाव हैं. बीजेपी की वादाखिलाफी का हम जवाब दे सकते हैं. हम बीजेपी को वोट से वंचित भी कर सकते हैं.