भारत और नेपाल के बीच करेंसी एक्सचेंज पर आज तक समझौता नहीं हो पाया।
पुराने 500 और 1000 के नोटों को प्रतिबंधित करने के सवा साल बाद भी नेपाल में 500 और 1000 के नोटों को आज भी चलाया जा रहा है। आखिर ये कहां से आ रहे हैं और क्यों? अभी तक जांच एजेंसियां इनका स्रोत और गंतव्य कुछ भी नहीं बता पा रही हैं। नेपाल ही एकमात्र देश है जहां भारतीय करेंसी को भी मान्यता मिली हुई है। लेकिन दोनों सरकारों के बीच करेंसी एक्सचेंज पर आज तक समझौता नहीं हो पाया है।
3 मार्च 2018 : गुड़गांव पुलिस ने पचास लाख रुपये के पुराने नोट बरामद किए
17 जनवरी 2018 : कानपुर में 97.7 करोड़ रुपये की पुरानी करेंसी पकड़ी गई
9 दिसंबर 2017 : गुजरात के भरुच में 50 करोड़ रुपये की पुरानी करेंसी बरामद
7 नवंबर 2017 : दिल्ली पुलिस ने चार वाहनों से 36 करोड़ रुपये की पुरानी करेंसी पकड़ी
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पिछले दिनों कहा था कि नेपाल से भी जल्द ही पुराने नोट वापस मंगाए जाएंगे पर अब तक ईसपे काम नही हो पाया। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने इस बारे में एक कमेटी बनाई थी जिसकी रिपोर्ट अभी तक सरकार को नहीं मिल पाई है। कमेटी को बताना था कि कितनी भारतीय करेंसी अभी भी नेपाल में चल रही है और इसे कैसे बदला जा सकता है जिससे कि सिर्फ वास्तविक करेंसी ही भारत में आए न कि काला धन।
भारत के पांच राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और सिक्किम नेपाल की 730 किलोमीटर की सीमा छूते हैं। सबसे अधिक संवेदनशील जिले बिहार के सीतामढ़ी, किशनगंज, अररिया, सुपौल, मधुबनी, पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण हैं। तस्करी के लिए ये सभी जिले गेट वे ऑफ नेपाल कहे जाते हैं। नेपाल के काठमांडू, बीरगंज, पोखरा लेखनाथ, भरतपुर, विराट नगर और ललितपुर बडे़ शहर हैं जहां यह धंधा खूब चल रहा है। नेपाल के कस्बाई शहरों में तो कई स्थानों पर स्टॉल लगाकर नोट बदले जा रहे हैं। नेपाल कहता है कि भारत को पुराने नोट वापस लेने होंगे और दावा करता है कि पुराने नोट बदलने का धंधा यहां नहीं चल रहा है। केंद्र सरकार ने अब तक यह साफ नहीं किया है कि आरबीआई के पास कितनी पुरानी करेंसी वापस आई है लेकिन आरबीआई के पिछले माह जारी आंकड़ों के अनुसार 23 फरवरी 2018 तक 17.82 लाख करोड़ रुपयों की करेंसी चलन में आ गई है। 8 नवंबर 2016 को पुरानी करेंसी प्रतिबंधित किए जाने तक देश में 17.97 लाख करोड़ रुपये की करेंसी चलन में थी।