नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सफदरजंग एनक्लेव के हुमायूंपुर गांव में एक मकबरे को कथित तौर पर मंदिर में बदलने का मामला सामने आया है. इस मामले में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिये हैं. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने संस्कृति एवं भाषा विभाग (एसीएल) की सचिव को आज रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिये हैं. उप मुख्यमंत्री ने सचिव को दिए अपने आदेश में कहा, ”धरोहर संपत्ति को नुकसान पहुंचाना कानून के खिलाफ है और एक गंभीर अपराध है. सचिव ( एसीएल ) घटना के ब्योरे और उनके द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी देते हुए विस्तृत रिपोर्ट सौंपे.”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दक्षिणी दिल्ली के हुमायूंपुर गांव में 15वीं शताब्दी में बनी एक सांस्कृतिक धरोहर पर कुछ वक्त पहले ग्रामीणों द्वारा सालों से मंदिर होने का दावा किया गया. बताया जा रहा है कि मात्र दो महीने पहले यह एक छोटा गुंबद था, जिसे गुमटी के नाम से जाना जाता है. यह गुंबद तुगलक काल का है और दिल्ली सरकार की ओर से नोटिफाई ऐतिहासिक इमारत है. काफी वक्त से यह गुबंद जर्जर हालात में था, लेकिन दो महीने पहले कुछ ग्रामीणों ने इस गुंबद को सफेद और केसरिया रंग में रंगवा दिया, इसके बाद मूर्ति रखकर इसमें पूजा करने लगे.रिपोर्ट्स के मुताबिक स्टेट अर्बन डिवेलपमेंट के 2010 के नोटिफिकेशन में गुमटी गुंबद को 767 ऐतिहासिक स्मारकों में शामिल किया गया है, पुरातत्व विभाग ने इस गुमची को 15वीं शताब्दी की ऐतिहासिक इमारत बताया है. दस्तावेजों के अनुसार यह गुंबद तुगलक या लोदी वंश के समय बनवाई गई थी.