इलाहाबाद: इलाहाबाद में हत्याओं का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब बाइक सवार बदमाशों ने दिनदहाड़े एक वकील की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना कर्नलगंज थाना क्षेत्र के मनमोहन पार्क के पास की है। जहां इलाहाबाद जिला न्यायालय के अधिवक्ता राजेंद्र श्रीवास्तव को कचहरी जाते समय बदमाशों ने गोली मारी जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक, इलाहाबाद में गुरुवार की सुबह वकील राजेश कुमार श्रीवास्तव अपनी बाइक से डिस्ट्रिक्ट कोर्ट जा रहे थे. उसी वक्त मनमोहन पार्क के पास बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया. उनके उपर फायरिंग की गई. गोली लगने के बाद उनको आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
इस वारदात की सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में वकील सड़क पर उतर आए. गुस्साए वकीलों ने जमकर हंगामा किया. एसएसपी ऑफिस के सामने तोड़फोड़ के बीच एक बस फूंक दी गई. वकीलों का कहना है कि इलाहाबाद में अपराध बेकाबू है. बदमाशों में कानून का डर नहीं है. यही वजह है कि यहां हत्या की लगातार वारदात हो रही है.
बताते चलें कि एक दिन पहले ही इलाहाबाद में बीजेपी के एक पार्षद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वारदात के वक्त बीजेपी पार्षद पवन केसरी अपनी स्कूटी से घर जा रहे थे. उसी वक्त बदमाशों ने उन पर गोलियां बरसा दीं. इसके बाद बदमाश हथियार लहराते वहां से फरार हो गए. वारदात से पहले पार्षद ने एसएसपी से मिलने का वक्त मांगा था. जिले में लगातार हो रही लूट हत्या जैसी घटनाओं ने शहरियों को दहशत में जीने को मजबूर कर दिया है। वकील की हत्या ने प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था के दावों की पोल खोल दी है । जहां बीजेपी नेता और वकील ही सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी की सुरक्षा भगवान भरोसे हैं.?
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सूबे की कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस को एनकाउंटर करने की खुली छूट दी हुई है. इसके बाद भी हत्या की ऐसी वारदातें पुलिस कई सवाल खड़े कर रही हैं. पिछले एक साल में 1200 एनकाउंटर में 50 ख़तरनाक अपराधी ढेर किए जा चुके हैं.
इसके अलावा करीब 2000 से ज्यादा अभियुक्त गिरफ्तार हुए हैं. सत्ता में आते ही योगी ने कहा था कि गुंडे और बदमाश यूपी छोड़कर चले जाएं, नहीं तो जेल जाने के लिए तैयार रहें. हालांकि, यूपी पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाइयों के फलस्वरूप कुछ अपराधियों ने खुद थाने पहुंचकर सरेंडर किया था. फिर भी इलाहाबाद की घटना आम लोगो में डर पैदा करती है.