भ्रष्टाचार और कालेधन पर लगाम कसने के दावे करने वाली मोदी सरकार के लिए एक बड़ा झटका लगा है. स्विस बैंक के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले एक साल में वहां जमा भारतीयों की जमापूंजी में करीब 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इन आंकड़ों के बाद मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है, ताजा आंकड़ों के अनुसार स्विस बैंक खातों में जमा भारतीयों के धन में ग्राहक जमाओं के रूप में 3200 करोड़ रुपये, अन्य बैंको के जरिए 1050 करोड़ रुपये शामिल है. इन सभी मदों में भारतीयों के धन में आलोच्य साल में बढ़ोतरी हुई. स्विस बैंक खातों में रखे भारतीयों के धन में 2011 में इसमें 12%, 2013 में 43%, 2017 में इसमें 50.2% की वृद्धि हुई. इससे पहले 2004 में यह धन 56% बढ़ा था. एसएनबी के ये आंकड़े ऐसे समय में जारी किए गए हैं जबकि कुछ महीने पहले ही भारत व स्विटजरलैंड के बीच सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान की एक नयी व्यवस्था लागू की गई है.
एसएनबी के ये आंकड़े ऐसे समय में जारी किए गए हैं, जबकि कुछ महीने पहले ही भारत व स्विटजरलैंड के बीच सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान की एक नई व्यवस्था लागू की गई है. इस व्यवस्था का उद्देश्य काले धन की समस्या से निजात पाना है. इस बीच स्विटजरलैंड के बैंकों का मुनाफा 2017 में 25% बढ़कर 9.8 अरब फ्रेंक हो गया. हालांकि इस दौरान इन बैंकों के विदेशी ग्राहकों की जमाओं में गिरावट आई. इससे पहले 2016 में यह मुनाफा घटकर लगभग आधा 7.9 अरब फ्रेंक रह गया था.