महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा राज्यव्यापी प्रदर्शन हिंसक हो गया है. प्रदर्शनकारियों के पथराव में एक कांस्टेबल की मौत हो गई जबकि नौ अन्य जख्मी हो गए. आज मराठा क्रांति मोर्चा ने मुंबई बंद का आह्वान किया है. इस बीच मुंबई में सुबह कई जगहों पर बेस्ट बसों पर पथराव किया गया.औरंगाबाद में किसान जगन्नाथ सोनावने ने आरक्षण की मांग को लेकर जहर खा लिया. उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई.नवी मुंबई में स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए हैं. ठाणे और जोगेश्वरी में लोकल ट्रेनों को भी रोका गया. इस कारण लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा और आगजनी को देखते हुए बुधवार को मुंबई पुलिस प्रशासन पहले से ही सतर्क हो गया है. जिन इलाकों में बंद का ऐलान किया गया है, वहां पर पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात है. इसके साथ ही पुलिस तमाम राजनीतिक पार्टियों के कार्यालयों के सामने भी पहरा दे रही है.
मराठा क्रांति मोर्चा के संयोजक रविन्द्र पाटिल ने कहा है कि जब तक मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस मराठा समुदाय से माफी नहीं मांग लेते हम अपना प्रर्दशन जारी रखेंगे. हम औरंगाबाद और राज्य के अन्य हिस्सों में आज बंद रखेंगे. फडणवीस ने पंढरपुर के मंदिर की अपनी यात्रा मराठा संगठनों की इस धमकी के बाद स्थगित कर दी कि वे कार्यक्रम में बाधा पहुंचायेंगे. समुदाय के नेता अपनी मांगों को लेकर विभिन्न जिलों में रैलियां निकाल चुके हैं. पिछले साल मुंबई में मराठा क्रांति मोर्चा ने एक बड़ी रैली का आयोजन किया था. समुदाय के नेताओं का कहना है कि फडणवीस के आश्वासनों के बावजूद अबतक कुछ भी ठोस नहीं हुआ है.
मराठा समाज 16% आरक्षण की मांग कर रहा है. ये समाज पिछड़ा वर्ग के तहत सरकारी नौकरी, शिक्षा के क्षेत्र में भी आरक्षण की मांग कर रहा है. पिछले दो सालों से महाराष्ट्र में ये आंदोलन चल रहा है. पिछले दो सालों में 60 से ज्यादा जगहों पर आंदोलन हुआ है. इतना ही नहीं मराठा समाज कोपर्डी गैंगरेप के दोषियों को फांसी देने की मांग कर रहा है. साल 2016 में कोपर्डी में नाबालिग से गैंगरेप हुआ था.