Thursday, January 16, 2025
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मुनि स्कूल के सहयोग से गीता जयंती और यूनिसेफ डे पर 293वां आरजेएस पीबीएच वेबिनार संपन्न

नई दिल्ली। गीता मनुष्य को अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाने का माध्यम है। गीता जयंती और यूनिसेफ डे के अवसर पर 11 दिसंबर 2024 को राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) और आरजेएस पॉजिटिव मीडिया के संस्थापक व राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना के संयोजन में मुनि इंटरनेशनल स्कूल, मोहन गार्डन,नई दिल्ली के सहयोग से 293वां वेबिनार का आयोजन किया गया। आरजेएशिएन्स ने डा. अशोक कुमार ठाकुर के माता-पिता स्व० लाल मुनि देवी और स्व० रामायण सिंह को श्रद्धांजलि दी।
कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन,
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥
गीता के इस श्लोक से बीडीएसएल महिला काॅलेज, जमशेदपुर की प्राचार्या ने कार्यक्रम की शुरुआत की और संचालन किया । “मानवीय मूल्यों में परिवार की भूमिका” विषय पर कहा कि
गीता पूरी मानवता के लिए धरोहर है। संयुक्त राष्ट्र आपातकालीन कोष (यूनिसेफ) बच्चों के अधिकारों को लेकर जागरूकता फैलाने में मददगार है। मुनि इंटरनेशनल स्कूल के संस्थापक डा. अशोक कुमार ठाकुर ने कहा कि गीता हमें अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाती है।सकारात्मक व्यक्तित्व के धनी विद्यार्थियों का निर्माण करना जरूरी है। मुनि स्कूल में विद्यार्थी नैतिक मूल्यों को शिक्षकों के आचरण से सीख लेते हैं। समाज में अभय हो वस्तुओं व विचारों का खुले दिल से आदान-प्रदान हो तो सही आदमी का निर्माण हो सकता है।
मुख्य अतिथि चिन्मय मिशन, पटियाला के आचार्य स्वामी माधवानंद जी ने गीता के कर्म योग,भक्ति योग और ज्ञान योग को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि “आई हैव नो प्रॉब्लम, आई एम द प्रॉब्लम”। उपनिषद अरण्य है और गीता रण है।
70 -80 साल की जिंदगी में अहंकार रहित तथा संबध रहित एवं संबंध सहित सकारात्मक जीवन सफल जीवन है। अहंकार व आसक्ति ही दुख का कारण है- “बी गुड डू गुड”. प्रयागराज के महाकुंभ पर बोलते हुए स्वामी जी ने कहा कि आध्यात्मिक रूप से विश्व समाज-परिवार को जोड़कर एक आस्था परंपरा और साधना का स्थल है – महाकुंभ। सनातन धर्म में साधना है -तीर्थ और यज्ञ। ये तभी सफल होंगे जब संत समागम व सत्संग होगा।
शास्त्र व गुरु के माध्यम से ही परमात्मा से जुड़ सकते हैं। उन्होंने आरजेएस के वैश्विक आंदोलन की सराहना की। कार्यक्रम में आरजेसियंस के चिन्मय मिशन पटियाला की विगत आध्यात्मिक व सांस्कृतिक यात्रा पर भी प्रकाश डाला गया और उदय मन्ना के संयोजन में पाॅजिटिव मीडिया फैमिली को चिन्मय मिशन के कार्यक्रमों में आमंत्रित किया गया।
कार्यक्रम में सकारात्मक व्यक्तित्व की धनी बीना जैन , सुरजीत सिंह दीदेवार, ओमप्रकाश झुनझुनवाला- कौशल्या देवी, राजेन्द्र सिंह कुशवाहा, स्वीटी पॉल, सुदीप साहू, आशीष रंजन, आराध्या,मयंक,डीपी कुशवाहा,गोविंद के , अर्श खान, आकांक्षा,जोहरा ज़ैद,आरके गुप्ता और नरेंद्र टटेसर आदि अनेक राज्यों से आरजेसियंस शामिल हुए और स्वामी जी से उपनिषद और गीता सार को समझने का‌ प्रयास किए।

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