हाई इंटेंसिटी वर्कआउट करने के बाद आपको शरीर में इतनी एनर्जी महसूस होगी कि आप दिन भर एक्टिव रहेंगे। बस लोगों को सर्दी, कोहरे और प्रदूषण का बहाना करके घरों में कैद होकर नहीं रहना चाहिए, बल्कि मोटिवेट होकर अपने घर को ही जिम बना लेना चाहिए। रूटीन में घर पर वर्कआउट करने से न केवल सर्दी भाग जाएगी बल्कि रजाई-कंबल में कैद होकर चाय पीने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
बता दें कि सर्दी में चाय पीना गलत तो नहीं है लेकिन बहुत से लोग लिमिट क्रॉस कर एक दिन में 6-7 प्याली तक पी जाते हैं। ऐसे लोगों को तुरंत अपनी इस आदत को छोड़ देना चाहिए क्योंकि चाय कुछ मिनटों के लिए शरीर में गर्मी तो देगी लेकिन सेहत के लिए खतरनाक भी साबित होगी। ज्यादा चाय पीना मेटाबॉलिक सिस्टम को बिगाड़ देता है जिससे कब्ज, पेट में ऐंठन की परेशानी के साथ थायरॉइड भी हो सकता है।
दरअसल, ज्यादा चाय पीने से उसमें मौजूद कैफीन थायरॉइड ग्लैंड के काम को धीमा कर देता है जिससे मेटाबॉलिक प्रोसेस डिस्टर्ब होता है। ज्यादा मात्रा में लिया गया कैफीन शरीर में थायरॉक्सिन हॉर्मोन के अब्जॉर्ब्शन में रुकावट पैदा करता है जिससे लोग बीमार पड़ जाते हैं। ये तब ज्यादा खतरनाक हो जाता है, जब लोगों को पता ही नहीं चलता कि उनके ऊपर थायरॉइड का हमला हो गया है क्योंकि इस मौसम में होने वाला कोल्ड-कफ भी थायरॉइड का लक्षण हो सकता है ।
जिसे लोग आम सर्दी-ज़ुकाम समझकर दवा ले लेते हैं। लेकिन वक्त पर इलाज न मिलने से थायरॉइड और बिगड़ जाता है। लेकिन आज हम थायरॉइड के एक-एक लक्षण पर न सिर्फ बात करेंगे बल्कि उसका आयुर्वेदिक समाधान भी ढूंढेंगे। आइए स्वामी रामदेव से जानते हैं कि कौन-कौन से योग से हॉर्मोन्स की इस घातक बीमारी से बचा जा सकता है।