बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने कहा, “लोकतंत्र पर इमरजेंसी के रूप में 50 साल पहले हमला हुआ था. ये 50वां साल है जब देश पर इंदिरा गांधी की सरकार ने इमरजेंसी लगाई थी. इतिहास को कभी भूलना नहीं चाहिए. इतिहास से सबक लेना चाहिए.”
“इस विषय को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी पूरे भारत में काला दिवस मना रही है. इस पर कांग्रेस पार्टी की बौखलाहट हमें दिखाई दे रही है. कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष ने जिस भाषा में पीएम मोदी के लिए शब्द कहे हैं वो निंदनीय हैं.”
बता दें कि बीजेपी सांसद ने कहा, “कांग्रेस पार्टी को ये मालूम नहीं है कि इमरजेंसी के दौरान आम लोगों ने किस तरह के कष्ट झेले थे साथ ही करीब 1.5 लाख लोगों को जेल में डाल दिया गया था.”
“बिना कैबिनेट के फैसले के देश पर इमरजेंसी थोप दी गई थी. अखबारों से जुड़े मीडिया हाउस की बिजली काट दी गई थी ताकि अखबारों में ये खबर ना छप पाए. हमारी जिम्मेदारी है कि हम आने वाली पीढ़ी को इसके बारे में बताएं.”
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और जयराम रमेश ने बीजेपी सरकार को घेरा. उन्होंने आरोप लगाया कि देश में बीते 11 साल से अघोषित आपातकाल चल रहा है.