मीसा भारती और उनके पति के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर
मनी लॉन्ड्रिंग केस में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव का परिवार मुश्किलों में है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस केस में लालू की बेटी मीसा भारती और उनके पति के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की है.
इससे पहले जांच एजेंसी ने चारा घोटाला से जुड़े देवघर कोषाघार मामले पर फैसले के दिन मीसा भारती के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. जिसके बाद अब ईडी ने पूरक चार्जशीट दायर की.
23 दिसंबर को ईडी के वकील नीतेश राणा ने दिल्ली में विशेष न्यायाधीश एन के मल्होत्रा की अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया था.
जांच एजेंसी ने मीसा भारती और उनके पति के खिलाफ धन शोधन मामले की जांच के संबंध में दिल्ली का एक फार्महाउस कुर्क कर लिया था. दक्षिण दिल्ली के बिजवासन इलाके में 26, पालम फार्म्स में स्थित इस फार्महाउस को धन शोधन निरोधक अधिनियम पीएमएलए के तहत अस्थाई रूप से कुर्क किया गया.
केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि यह फार्महाउस मीसा और शैलेश कुमार का है और यह मिस मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर है. ईडी ने आरोप लगाया, यह साल 2008-09 में धन शोधन में शामिल 1.2 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कर खरीदा गया है.
ईडी ने दो भाइयों सुरेंद्र कुमार जैन और विरेंद्र जैन तथा अन्यों के खिलाफ अपनी जांच के संबंध में जुलाई में इस फार्महाउस तथा अन्य जगहों पर छापे भी मारे थे. इन लोगों पर फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल कर कई करोड़ रुपयों का धन शोधन करने का आरोप है.
ईडी ने पीएमएलए के तहत जैन बंधुओं को गिरफ्तार किया. जांच एजेंसी ने एक चार्टर्ड अकाउंटेंट राजेश अग्रवाल को भी गिरफ्तार किया, जिन्होंने अग्रिम राशि के तौर पर जैन बंधुओं को 90 लाख रुपये दिए ताकि मिस मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर्स लिमिटेड में शेयर प्रीमियम के तौर निवेश किया जा सकें.
प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि जैन बंधु, सीए अग्रवाल और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री की बेटी तथा दामाद 1.2 करोड़ रुपये के धन शोधन मामले के पीछे मुख्य आरोपी हैं.