मुसायम सिंह यादव के परिवार में एक बार फिर घमासान की खबर है. समाजवादी पार्टी से उपेक्षित चल रहे शिवपाल यादव ने सेक्युलर मोर्चा बनाने के संकेत दिए हैं. शिवपाल ने कहा जो लोग उपेक्षित हैं, जिन्हें अभी अधिकार नहीं मिला है उन्हें एकसाथ किया जाएगा. लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर शिवपाल ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि अपने संगठन को मजबूत करने का काम करेंगे.
हाल ही में अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने पार्टी में अपनी उपेक्षा का बड़ा आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि मुझे पार्टी में कोई जिम्मेदार पद नहीं दिया गया और डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी मैं इंतजार ही कर रहा हूं. अब कोई दूसरा रास्ता खोजना पड़ेगा. इस बयान से साफ है कि एसपी में चाचा-भतीजे यानी अखिलेश और शिवपाल के बीच सबकुछ सही होने के कोई आसार नहीं हैं.
समाजवादी कुनबे में लंबे समय से चली आ रही कलह अब बगावत के रूप में सामने आ रही है. शिवपाल के सेक्युलर मोर्चा बनाने के बाद साफ हो गया है कि अब उन्होंने अपनी सियासी राह सपा से अलग चुन ली है. हालांकि पिछले डेढ़ साल से वे पार्टी में किसी भी पद पर नहीं हैं.
दरअसल अखिलेश यादव और शिवपाल के बीच रिश्ते में खटास 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव के पहले आई थी. इसी का नतीजा था कि अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल को मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया था. इसके बाद मुलायम कुनबे की लड़ाई सड़क पर आ गई थी.