भारत लोक शिक्षा परिषद उत्तरी दिल्ली चैप्टर महिला समिति द्वारा एकल हरियाली तीज कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें एकल से जुड़ी हुई बहुत सारी महिलाओं ने सुंदर प्रस्तुति दी देकर कार्यक्रम को सफल बनाया I
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एकल संस्थान की अध्यक्षा श्रीमती मंजू श्रीवास्तव जी ने अपनी गरिमामई उपस्थिति दर्ज करा कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ायी I इस कार्यक्रम ने शामिल महिलाओं ने डांस, हरियाली गीत से सभी को लुभाया और बच्चों के डांस ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया,छोटे बच्चों द्वारा बहुत ही सुंदर प्रस्तुति की गई I इस उत्सव का आयोजन एकल अभियान से लोगों को परिचित कराना तथा तीज कार्यक्रम के माध्यम से अधिक से अधिक महिलाओं को एकल के पुनीत कार्य से जोड़कर ग्रामीण एवं आदिवासी परिवारों की सहायता का उनको समाज के मुख्य धारा में जोड़ने के लिए कार्य करना था
श्रीमती मंजू दीदी जी ( प्रेसिडेंट, एकल संस्थान)-
एकल अभियान महिला समिति की प्रेरणा स्रोत श्रीमती मंजू दीदी जी ने अपने प्रेरक संबोधन में बताया कि भारतवर्ष हमारा देश कितना अनोखा है हम अपने जीवन के विभिन्न पहलुओं में सबसे पहले अपने परिवारिक जीवन से संबंध रखते हैं पारिवारिक जीवन से हमारे जीवन का विस्तार होता है और हमारा सामाजिक जीवन बनता है और उस सामाजिक जीवन में अपना स्थान बना कर चलते हैं उसमें अपने कार्यों से पराक्रम से अपने वाणी से प्रतिभा से हम अपने व्यक्तित्व का विस्तार करते हैं अर्थात हमारा परिवार का दायरा बहुत बड़ा हो जाता है
हम पारिवारिक जीवन से सामाजिक जीवन और सामाजिक जीवन में अपने शुभ कर्म करते हुए अपने पूर्वजों की शिक्षा से आध्यात्मिक जीवन में प्रवेश करते हैं I हरियाली तीज से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है इसके पीछे का दर्शन बहुत गहरा है। अगर शिक्षा से वंचित समाज के लोग मुख्यधारा में नहीं जुड़ेंगे तो समाज और देश का विकास किसी भी तरह से संभव नहीं है हमें उन परिवारों को शिक्षा स्वास्थ्य संस्कार जागरण के लिए आगे आना होगा।
पूज्य साध्वी समहिता जी –
साध्वी समहिता जी अपने राष्ट्रवादी विचारों से लोगों को राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारियों को बहुत गहराई से समझाया I मातृशक्ति के गौरव को प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि मातृशक्ति चले तो क्या नहीं कर सकती है I अगर हम ठान ले तो तारे गगन के तोड़ सकते है, अगर हम ठान ले तो तोप का मुह मोड़ सकते है, अगर हम ठान ले तो क्या नही कर सकते यारों, अगर हम ठान लें तो उस रब से नात्ता जोड़ सकते है I अपने प्रेरक प्रसंग में उन्होंने कहा कि- “बताये कितना तुम्हे वतन से कितना प्यार करते है, उतरता है नही कर्जा हजारो जन्म लेकर भी, नमन तो अपनी धरा को बारम्बार करते हैं” राष्ट्र सेवा सभी प्रकार की सेवाओं से सर्वोपरि हैI
इस तीज कार्यक्रम की मुख्य संयोजक श्रीमती साधना गुप्ता जी रही जिन्होंने कार्यक्रम को बहुत ही क्रमबद्ध तरीके से तैयार करा कर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया I इस कार्यक्रम में श्रीमती दर्शना गोयल जी, श्रीमती सोनाल रासिवासिया जी, श्रीमती माधुरी अग्रवाल जी, श्रीमती साधना गुप्ता जी, श्रीमती बिंदु जी, श्रीमती मीनाक्षी जी, श्रीमती मधु जी, श्रीमती प्रतिभा जी, श्रीमती रीमा जी सहित भारत लोक शिक्षा परिषद महिला समिति की बहुत सारी महिलाओं ने बहुत ही आकर्षक कार्यक्रम पेश किया जिसने सभी दर्शको का दिल जीत लिया और लोगों ने इस कार्यक्रम की खूब तारीफ भी की I