उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की जुगलबंदी ने कमाल का प्रदर्शन किया और इंडिया गठबंधन प्रदेश में नंबर वन बन गया. इंडिया गठबंधन ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुवाई वाले एनडीए को पीछे करते हुए 80 में से 43 सीटों पर कब्जा जमा लिया. प्रदेश की अप्रत्याशित फैसलों में अमेठी लोकसभा सीट भी शामिल रहा, जहां पर कांग्रेस के प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को 1.67 लाख से अधिक मतों के अंतर से हरा दिया.
बता दें कि कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे किशोरी लाल शर्मा ने अमेठी सीट पर शुरुआत में ही जो बढ़त हासिल की वो लगातार जारी रही. किशोरी लाल ने कुल 5,39,228 वोट हासिल किए जबकि स्मृति ईरानी को 3,72,032 वोट मिले. 2019 में कांटेदार मुकाबले में जीत हासिल करने वाली स्मृति ईरानी को इस बार 1,67,196 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा. बड़ी जीत हासिल करने वाले किशोरी लाल पहली बार सांसद चुने गए साथ ही 62 साल के
किशोरी लाल शर्मा पहली बार सांसद बने हैं. चुनाव आयोग में दाखिल हलफनामे के अनुसार, उनके खिलाफ किसी तरह का आपराधिक मामला दर्ज नहीं है. उनके पास ग्रेजुएशन की डिग्री है. उन्होंने साल 1982 में चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी से बीए की डिग्री हासिल की. उनके पास 12,76,88,722 रुपये की संपत्ति है. जबकि उनके पास 4,71,07,338 रुपये की देनदारी भी है. उनके पास 2 लाख रुपये नकद है जबकि उनकी पत्नी के पास 3 लाख की नकदी है.
कभी राहुल गांधी की सीट रही अमेठी से कांग्रेस ने इस चुनाव में अपने प्रत्याशी के नाम के ऐलान में काफी वक्त लिया और अंतिम समय में किशोरी लाल शर्मा को मैदान में खड़ा कर दिया. अमेठी जैसी सीट से यह नाम चौंकाने वाला था क्योंकि स्मृति ईरानी जैसा बड़ा चेहरा मुकाबले में था. गांधी परिवार के बेहद करीबी रहे किशोरी लाल शर्मा को केएल शर्मा के नाम से भी जाना जाता है.
बता दें कि अमेठी और रायबरेली में वह जाना पहचाना नाम हैं और पिछले 40 सालों से इन क्षेत्रों में सक्रिय रहे हैं.
UP में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस की जुगलबंदी ने किया कमाल का प्रदर्शन, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ‘किशोरी लाल ‘ ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की।
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