गाज़ियाबाद साहित्य महोत्सव 2024: काव्य पाठ और साहित्यिक चर्चाओं के साथ भव्य समापन
गाज़ियाबाद, 17 नवंबर 2024 – गाज़ियाबाद साहित्य महोत्सव 2024 का आज काव्य पाठ और साहित्यिक चर्चाओं के साथ भव्य समापन हुआ। यह दो दिवसीय महोत्सव साहित्य, कला और संस्कृति का अद्वितीय संगम बनकर उभरा। देशभर के साहित्य प्रेमियों, कवियों और विचारकों ने इस आयोजन में भाग लिया और इसे एक यादगार अनुभव बना दिया।
विशेष अतिथि और उनके विचार
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री, श्री नरेंद्र कश्यप, ने भी अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने आयोजन की सराहना करते हुए कहा:
“काव्य पाठ और साहित्यिक विमर्श जैसे आयोजन साहित्य को जीवंत रखने और समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने के उत्कृष्ट माध्यम हैं। यह महोत्सव साहित्यिक चेतना का प्रतीक है, साथ ही यह गाज़ियाबाद के नाम में चार चाँद लगाएगा ।”
काव्य पाठ: समापन का मुख्य आकर्षण
महोत्सव का समापन काव्य पाठ के विशेष सत्र से हुआ। देश के प्रतिष्ठित कवियों ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवयित्री कीर्ति काले जी की अध्यक्षता में अपनी भावनात्मक और प्रेरणादायक कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस सत्र में पूजा शुक्ला, संदीप शजर, ओमप्रकाश कल्याणे, उषा श्रीवास्तव, अशोक कुमार और नमिता नमन जैसे प्रख्यात कवियों ने भाग लिया। प्रस्तुत कविताओं ने प्रेम, समाज, प्रकृति और मानवीय मूल्यों के विविध पहलुओं को छुआ। उनकी सजीव प्रस्तुति ने दर्शकों के बीच ऊर्जा और उत्साह बनाए रखा।
साहित्यिक चर्चाएँ: हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में विमर्श
महोत्सव में साहित्यिक चर्चाएँ हिंदी और इंग्लिश दोनों में आयोजित की गईं, जो एक बहुभाषी मंच प्रदान करती हैं। इन चर्चाओं में प्रेम, पौराणिक कथाओं और आधुनिक स्त्री की स्थिति, सिनेमा और साहित्य का संबंध जैसे विषयों पर गहन विमर्श हुआ। परिचर्चा में प्रख्यात पत्रकार राहुल देव, प्रियदर्शन, दिनेश श्रीनेत, और रणविजय राव, कुलप्रीत यादव, अंकुर मिश्रा, अणुशक्ति सिंह, विजयश्री तनवीर, और विनीता अस्थाना, सुजाता पाराशर , हर्षाली सिंह, आशा बत्रा, पूजा प्रियंवद, विभावरी, नीरा जलछात्री, मीरा चौधरी जैसे चर्चित लेखकों के और अन्य प्रमुख विचारकों ने अपने दृष्टिकोण साझा किए, जिससे महोत्सव को नई गहराई और विविधता मिली।
किताब विमोचन: साहित्य को नई उड़ान
इस अवसर पर कई नई किताबों का विमोचन भी किया गया, जिसने महोत्सव को साहित्यिक रूप से और समृद्ध बना दिया। लेखक और श्रोताओं के बीच संवाद स्थापित हुआ, जिसने साहित्य और विचारों को नई दिशा दी।
साहित्य और संस्कृति का उत्सव
महोत्सव का आयोजन गाज़ियाबाद साहित्य समिति के अध्यक्ष श्री गौरव शर्मा के नेतृत्व में हुआ। गाज़ियाबाद साहित्य समिति के अथक प्रयासों ने इस आयोजन को अपार सफलता दिलाई।
समापन पर, प्रतिभागियों ने इस आयोजन को एक प्रेरणादायक मंच बताते हुए इसे भविष्य के लिए नई पीढ़ी को साहित्य और संस्कृति से जोड़ने का संकल्प माना। यह महोत्सव साहित्यिक ऊर्जा का स्रोत और विचारों के आदान-प्रदान का अद्वितीय अवसर साबित हुआ। इन्द्रापुरम स्थित इंदिरापुरम इंस्टीट्यूट ऑफ हायर स्ट्डीज में हुए इस दो दिवसीय साहित्यिक महोत्सव के दूसरे संस्करण ने गाजियाबाद को देश के साहित्यिक पटल पर स्थापित कर दिया है। महोत्सव के निदेशक गौरव शर्मा ने कहा कि “रश्मिरथी – गाज़ियाबाद साहित्य महोत्सव- 2024” के सफल आयोजन से वे बहुत उत्साहित हैं और अगले वर्ष गाज़ियाबाद साहित्य महोत्सव इससे भी अधिक भव्य होगा। मात्र कमी जन साधारण के सहयोग की रही। लोग साहित्यिक कार्यक्रमों में आएं, इसका ही प्रयास करना होगा। साहित्य के प्रति चेतना जागृत करना गाजियाबाद साहित्य महोत्सव के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य है।