नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में संजीव सिन्हा फाउंडेशन द्वारा दिवंगत कलाकार संजीव सिन्हा के गहन कार्यों को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी, ब्वायंट आइकॉनिक डेप्थ की घोषणा करते हुए रोमांचित है।
बता दें कि यह प्रदर्शनी 20 से 26 नवंबर, 2024 तक इंडिया हैबिटेट सेंटर के विजुअल आर्ट्स गैलरी में जनता के लिए खुली रहेगी। इस प्रदर्शनी का आयोजन एल्स रेइंडर्स (फाउंडेशन फॉर इंडियन आर्टिस्ट के निदेशक) और डायने हेगन (नीदरलैंड के विजुअल आर्टिस्ट) द्वारा किया गया है और तक्षशिला, द रजा फाउंडेशन और मेडिवर्स हॉस्पिटल द्वारा प्रायोजित है और यह 2013 से 2020 तक सिन्हा की कलात्मक यात्रा पर एक अंतरंग नज़र डालती है, एक ऐसा दौर जो भावनात्मक रूप से समृद्ध कामों से चिह्नित है जो उनके बोल्ड और रंगीन चित्रों और जटिल और प्रतीकात्मक मूर्तियों को सहजता से मिलाते हैं। इस प्रदर्शनी का एक मुख्य आकर्षण 2013 से 2020 तक सिन्हा की कई पेंटिंग्स का पहली बार अनावरण है, जिसे जनता ने अब तक नहीं देखा। साथ ही एम्स्टर्डम में पहले प्रदर्शित उनकी कुछ मूर्तियां भी प्रदर्शित की जाएंगी, जो सिन्हा की अपनी पेंटिंग और मूर्तियों को साथ-साथ प्रस्तुत करने और उनके अंतर्निहित संबंधों को प्रदर्शित करने की दृष्टि को पूरा करती हैं।
आपको बताते है दिवंगत संजीव सिन्हा के बारे में-
1963 में बिहार के बाढ़ में जन्मे संजीव सिन्हा 1980 के दशक की उभरती बिहारी कला पीढ़ी के एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। पटना के कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्टर्स से स्नातक करने के बाद, सिन्हा की यात्रा उन्हें लखनऊ से लेकर दिल्ली में उनके स्थायी निवास तक पूरे भारत में ले गई।