सुरक्षा के लिहाज से भारत ने गुरुवार को एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. गुरुवार को ओडिशा कोस्ट पर भारत ने बैलेस्टिक मिसाइल शील्ड का सफल परीक्षण किया. इस शील्ड की मदद से दुश्मन की किसी भी तरह की मिसाइल को 40 किलोमीटर की रेंज में ही नष्ट कर दिया जाएगा.एयर डिफेंस के लिहाज से भारत के लिए ये एक बड़ी उपलब्धि है. गौरतलब है कि जिस तरह भारत के पड़ोस में पाकिस्तान और चीन जैसी बड़ी शक्तियां हैं और उनकी टेढ़ी निगाहें लगातार भारत पर बनी रहती हैं. ऐसे में इस तरह का डिफेंस सिस्टम मिलना हमारे देश के लिए एक बड़ी कामयाबी है.
अभी इस शील्ड का परीक्षण किया गया है, 2022 तक ये शील्ड भारत की सीमाओं की रक्षा करने के लिए तैयार होगी. इस पूरे मिशन को मानवीय हस्तक्षेप के साथ मिशन कंप्यूटर के तहत पूरा किया गया है.इस परीक्षण के दौरान रडार, मॉनिटरिंग सिस्टम, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और टेलिमेटरी सिस्टम का इस्तेमाल किया गया.
डीआरडीओ के अधिकारी ने बताया था कि इसके साथ भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और मील का पत्थर हासिल कर लिया है. ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारत के डीआरडीओ व रूस के फेडरल स्टेट यूनिटरी एंटरप्राइज एनपीओएम का संयुक्त उद्यम है.