बिहार के मुजफ्फरपुर रेप कांड पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी चुप्पी तोड़ी है. शुक्रवार को एक कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि इस घटना पर हम शर्मिंदा हैं, इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है. नीतीश ने कहा कि हम चाहते हैं कि सीबीआई जांच को हाईकोर्ट मॉनीटर करे. इस मामले में कोई दोषी नहीं छूटेगा.बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि पता नहीं आजकल किस तरह की मानसिकता वाले लोग हमारे समाज में हैं. उन्होंने कहा कि इस घटना में सिस्टम की खामी है, हमें उसकी जांच करनी होगी. ये एक तरह का पाप है.
नीतीश बोले कि हमें अपने सिस्टम को इतना मजबूत बनाना होगा कि जिससे इस प्रकार की घटना दोबारा ना हो पाए. उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि इस तरह की घटनाएं दोबारा नहीं होंगी. नीतीश ने कहा कि इस घटना से मुझे भी दुख हुआ है, लेकिन जबतक मैं सरकार में हूं तब तक कानून का राज होगा.
बिहार के मुजफ्फरपुर में लड़कियों के साथ हुए रेप के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बृहस्पतिवार को स्वत: संज्ञान लिया जिसके बाद इसने बिहार और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया. अदालत ने दोनों ही सरकारों से विस्तृत जानकारी मांगी है. साथ ही शीर्ष अदालत ने मुजफ्फरपुर मामले में रेप पीड़िताओं का इंटरव्यू प्रसारित नहीं करने का निर्देश दिया और कहा कि उन्हें बार-बार अपने अपमान को दोहराने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कथित रेप पीड़ितों की तस्वीरों का रूप बदलकर भी इलेक्ट्रानिक मीडिया पर प्रसारित नहीं किया जा सकता है. अदालत ने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) से भी सहायता मांगी है. मुजफ्फरपुर शेल्टर हाउस मामला इस साल की शुरुआत में प्रकाश में आया था जब बिहार समाज कल्याण विभाग ने टीआईएसएस द्वारा किए गए सोशल ऑडिट के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की.
आपको बता दे पूरे मामले की जांच सीबीआई कर रही है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 34 नाबालिग लड़कियों के साथ महीनों तक रेप किया गया. प्रशासन पर आरोप है कि रेप की रिपोर्ट आने के बावजूद कार्रवाई नहीं की गई. आपको बता दें कि मुजफ्फपुर मामले को लेकर विपक्षी दल लगातार नीतीश सरकार पर निशाना साध रही है. इसे लेकर कल वामदलों ने बिहार बंद बुलाया था. बंद का आरजेडी और कांग्रेस ने भी समर्थन किया था.