Thursday, November 21, 2024
Home Daily Diary News धारा 377: सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला ,संविधान पीठ ने कहा- समलैंगिकता...

धारा 377: सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला ,संविधान पीठ ने कहा- समलैंगिकता अपराध नहीं

नई दिल्ली: समलैंगिकता को अवैध बताने वाली IPC की धारा 377 की वैधता पर सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को अहम फैसला सुनाया है. चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने कहा कि सभी जजों की सह‍मति से फैसला लिया गया है. कोर्ट ने कहा किया LGBTQ समुदाय को भी समान अधिकार है और पांच-सदस्यीये संविधान पीठ ने IPC की धारा 377 को मनमाना और अतार्किक बताते हुए निरस्त किया है. संविधान पीठ ने कहा कि सभी जजों की एक राय है. उन्‍होंने कहा कि समाज को व्‍यक्तियों से अलग नहीं किया जा सकता. सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने कहा कि समलैंगिकता संबंध अपराध नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि धारा 377 अतार्किक और मनमानी धारा है और हर समुदाय को भी समान अधिकार है.

संविधान पीठ में मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा, जस्टिस रोहिंटन नरीमन, जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस इंदु मल्होत्रा की पीठ ने यह फैसला सुनाया है. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान कहा था कि वो जांच करेंगे कि क्या जीने के मौलिक अधिकार में ‘यौन आजादी का अधिकार’ शामिल है, विशेष रूप से 9 न्यायाधीश बेंच के फैसले के बाद कि ‘निजता का अधिकार’ एक मौलिक अधिकार है.

आपको बता दे धारा 377 में ‘अप्राकृतिक यौन संबंधों को लेकर अपराध के तौर पर जिक्र है. इसके मुताबिक जो भी प्रकृति की व्यवस्था के विपरीत किसी पुरुष, महिला या पशु के साथ यौनाचार करता है, उसे उम्रकैद या दस साल तक की कैद और जुर्माने की सजा हो सकती है.’

इसी व्यवस्था के खिलाफ देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट में अलग-अलग याचिकाएं दायर की गई थीं. इन याचिकाओं में परस्पर सहमति से दो वयस्कों के बीच समलैंगिक यौन रिश्तों को अपराध की श्रेणी में रखने वाली धारा 377 को गैरकानूनी और असंवैधानिक घोषित करने की मांग की गई थी.

इस मुद्दे को सबसे पहले 2001 में गैर सरकारी संस्था नाज फाउंडेशन ने दिल्ली हाईकोर्ट में उठाया था. हाईकोर्ट ने सहमति से दो वयस्कों के बीच समलैंगिक रिश्ते को अपराध की श्रेणी से बाहर करते हुए इससे संबंधित प्रावधान को 2009 में गैर कानूनी घोषित कर दिया था.

हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने 2013 में हाईकोर्ट के उक्त आदेश को निरस्त कर दिया. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले पर पुनर्विचार के लिए दायर याचिकाएं भी खारिज कर दी थीं. इसके बाद सुधारात्मक याचिका दायर की गईं जो अब भी कोर्ट में लंबित है.

इस मामले पर 10 जुलाई को सुनवाई शुरू होते ही संविधान पीठ ने स्पष्ट कर दिया था कि वह सुधारात्मक याचिकाओं पर गौर नहीं करेगी लेकिन इस मामले में सिर्फ नई याचिकाओं को ही देखेगी.                                                          

RELATED ARTICLES

इंडिया हैबिटेट सेंटर के विजुअल ऑर्ट्स गैलरी में संजीव सिन्हा फाउंडेशन द्वारा दिवंगत कलाकार संजीव सिन्हा की लगी प्रदर्शनी

नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में संजीव सिन्हा फाउंडेशन द्वारा दिवंगत कलाकार संजीव सिन्हा के गहन कार्यों को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी, ब्वायंट...

नोएडा में 25 समाजों द्वारा बेबी रानी मौर्य का भव्य स्वागत

नोएडा के सेक्टर-52 में आयोजित एक विशेष सम्मेलन में उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री और पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य जी का भव्य...

प्रसिद्ध मास्टर शेफ की लिखी रेसिपी पुस्तक ‘ कुलिनरी फ्लेवर्स ‘ और ‘शेफ सिक्रेट ‘ का भव्य विमोचन

आधुनिक समय में लोगों को पारंपिक खाना बनाने की तकनीक देने के लिए अपनी नई रेसिपी बुक लेकर आए है। जाने माने प्रसिद्ध मास्टर...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

इंडिया हैबिटेट सेंटर के विजुअल ऑर्ट्स गैलरी में संजीव सिन्हा फाउंडेशन द्वारा दिवंगत कलाकार संजीव सिन्हा की लगी प्रदर्शनी

नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में संजीव सिन्हा फाउंडेशन द्वारा दिवंगत कलाकार संजीव सिन्हा के गहन कार्यों को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी, ब्वायंट...

नोएडा में 25 समाजों द्वारा बेबी रानी मौर्य का भव्य स्वागत

नोएडा के सेक्टर-52 में आयोजित एक विशेष सम्मेलन में उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री और पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य जी का भव्य...

प्रसिद्ध मास्टर शेफ की लिखी रेसिपी पुस्तक ‘ कुलिनरी फ्लेवर्स ‘ और ‘शेफ सिक्रेट ‘ का भव्य विमोचन

आधुनिक समय में लोगों को पारंपिक खाना बनाने की तकनीक देने के लिए अपनी नई रेसिपी बुक लेकर आए है। जाने माने प्रसिद्ध मास्टर...

प्राकृतिक चिकित्सा दिवस पर अध्यात्म से आनंद की ओर पर आरजेएस पीबीएच कार्यक्रम

पटना। राम-जानकी संस्थान पाॅजिटिव ब्राॅडकास्टिंग हाउस (आरजेएस पीबीएच) और आरजेएस पॉजिटिव मीडिया के संयुक्त तत्वावधान में पटना में 18 नवंबर प्राकृतिक चिकित्सा दिवस पर...

Recent Comments