साउथ इंडियन, खासकर आंध्र प्रदेश शो बिजनेस की दुनिया में पवन कल्याण सबसे बड़ा नाम हैं। पिछले कई वर्षों में आई उनकी कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों ने भी इस सच को साबित कर दिखाया है। लेकिन, अब वह शो बिजनेस से इतर एक अलग ही दिशा में अपनी भागीदारी बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं और वह है समाज सेवा, यानी राजनीति का क्षेत्र।
बता दें कि फिल्मों में अपनी लोकप्रियता की चोटी पर मौजूद होने के बावजूद पवन कल्याण ने कुछ साल पहले अपनी राजनीतिक शुरुआत कर दी थी, जब वह जनसेना पार्टी के अध्यक्ष बन गए थे। यानी, जनसेना पार्टी के अध्यक्ष बनने के साथ ही वह समाज सेवा के क्षेत्र में चले गए थे।
लेकिन फिलहाल पवन कल्याण की चर्चा 15 अक्टूबर 2018 को राजनीतिक जागरूकता बढ़ाने के लिए विजयवाड़ा में निकाले गए एक रैली के कारण हो रही है। इस रैली के प्रति लोगों की प्रतिक्रिया ऐतिहासिक और अभूतपूर्व रही थी। उनके समर्थन में आधे मिलियन से ज्यादा लोग सड़कों पर आए। यह दृश्य ऐसा लग रहा था, मानो सड़कों पर जनसमुद्र उमड़ पड़ा हो। यह इस बात का भी सबूत बना कि पवन कल्याण एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें लोग भरपूर प्यार करते हैं। तभी तो समाज के सभी क्षेत्रों एवं वर्गों के लोग इस पवन की इस रैली में शामिल हुए। यहां तक कि लाखों लोगों ने अपने पसंदीदा फिल्म स्टार को देखने के लिए घंटों इंतजार भी किया, जिन्होंने अब एक युवा राजनीतिक नेता के तौर पर नया अवतार लिया है।
पवन कल्याण के अनुसार, ‘हमने इस जागरूकता रैली का आयोजन इसलिए किया, क्योंकि हम देश के सिपाही हैं, जो इस राजनीतिक व्यवस्था को बदलना चाहते हैं और बदल भी देंगे। हम बदलाव के लिए ही यहां जुटे हैं।’
उल्लेखनीय है कि खासकर दक्षिण भारत की राजनीति में फिल्म स्टार और राजनीति हमेशा साथ-साथ चलती आई है। पवन कल्याण भी एक नया, लेकिन करिश्माई नेता बनने की राह पर हैं। जुलूस की तस्वीरों से भी पता चलता है कि पवन कल्याण का युवाओं और आम जनता पर किस तरह की पकड़ है।