भारत लोक शिक्षा परिषद्: एक शाम एकल के नाम उत्तरी दिल्ली चैप्टर द्वारा आयोजित कार्यक्रम
भारत लोक शिक्षा परिषद् एकल अभियान के अंतर्गत लगातार अपने शैक्षणिक समाज के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उत्तरी दिल्ली चैप्टर द्वारा 21 अक्टूबर 2018, रविवार को महाराजा अग्रसेन इंजीनियरिंग कॉलेज, सेक्टर -22, रोहणी, दिल्ली में देशभक्ति से परिपूर्ण सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
भारत लोक शिक्षा परिषद् के तत्वाधान में उत्तरी दिल्ली चैप्टर के द्वारा एकल अभियान को समर्पित एक शाम : अमेजिंग परफॉर्मेंस रानी खानम के निर्देशन में किया गाया । यह प्रोग्राम अपने आप में अद्भुत है क्योंकि इसमें दिव्यांगजनों द्वारा व्हीलचेयर डांस का बेहद रोमांचक प्रस्तुति ने वहां पर बैठे हुए सभी दर्शकों का मन मोह लिया, दिव्यांग कलाकारों ने भारतीय परम्पराओं के साथ देशभक्ति से परिपूर्ण अभिनय का जो नजारा पेश किया वे बेहद खुबसूरत और मर्मस्पर्शी था ।
भारत लोक शिक्षा परिषद् की स्थापना उत्तर भारत में वर्ष 2000 में सुदूर ग्रामीण एवं वनवासी बच्चों शिक्षित करने एवम् एकल अभियान को मजबूत करने के उद्देश्य से की गई थी । वर्तमान समय में भारत लोक शिक्षा परिषद् उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू क्षेत्र के गांवों में सफलतापूर्वक कुल 16170 “एकल विद्यालय” का संचालन कर रहा है।
एकल अभियान बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देने का कार्य भी कर रहा है, एकल विद्यालय आज वहां भी मौजूद है जहां सरकारी संगठन भी मुश्किल से पहुंच पाते हैं यह बेहद हर्ष की बात है कि संपूर्ण भारत में 76611 एकल विद्यालय एवम् कुल 2055630 विद्यार्थी एकल से लाभान्वित हो रहे है।
सुदूर ग्रामीण एवम् वनवासी क्षेत्र के रहने वाले अज्ञान और असहाय बच्चों के लिए चलाए जाने वाले एकल विद्यालय न केवल शिक्षा का काम करते है बल्कि देश की बेरोजगारी, आतंकवाद जैसी अनेक समस्याओं का समाधान में भी सहायक है।
एकल विद्यालय का लक्ष्य जल्द ही एक लाख स्कूल तक पहुंचाने का है, आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी इसकी सराहना की है और अपने वक्तव्य में कहा कि एकल सुदूर ग्रामीण वनवासी क्षेत्रों में जाकर ऐसा महान कार्य कर रहा है जो कि देश की एकता अखंडता को बनाए रखने में एक अविस्मरणीय योगदान करेगा, माननीय प्रधानमंत्री जी ने एकल की एक लाख विद्यालय के लक्ष्य को जल्द से जल्द पूर्ण करने की लिए शुभकामनाएं भी दी I
दीप प्रज्वलन के साथ इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई, कार्यक्रम में एकल के लिए योगदान देने वाले समाज के दानवीरों को सम्मनित भी किया गया I समाज के शिक्षा प्रेमियों एवं दानवीरों का मानना है की समाज शिक्षित होना चाहिए क्योंकि शिक्षा की बुनियाद पर ही किसी राष्ट्र का विकास होता है और समाज के प्रबुद्ध लोग इससे जुड़ कर अपने कर्तव्यों का निर्वाहन कर रहे हैं साथ ही राष्ट्र की सेवा भी कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम में शामिल हुए सभी गणमान्य महानुभावों ने एकल के बारे में अपने विचार व्यक्त किये और आधिक से अधिक लोगों को एकल से जुड़ने के लिए प्रेरित भी किया I भारत लोक शिक्षा परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नन्द किशोर अग्रवाल जी ने कहा कि वर्तमान समय में ग्रामीण क्षेत्रों को विकसित करने की जरुरत सबसे अधिक है क्योकि जबतक गॉंव विकसित नही होंगे देश सही मायने में विकास नही कर सकताI कार्यक्रम में शामिल हुई विशिष्ट अतिथि श्रीमती प्रियंका सिंह रावत (सांसद-लोकसभा, बाराबंकी) ने समाज के सहयोग से चलाये जा रहे एकल विद्यालय के इस पुनीत कार्य के लिए सबकी सराहना की और एकल विद्यालय को देश में शिक्षा के विकास में सबसे बड़ा योगदान बताया I
ट्रिस्टी श्री सुभाष अग्रवाल जी, श्री विनीत कुमार लोहिया जी, श्री सत्यनारायण बंधु जी, श्री नरेश कुमार जी, श्री नरेश जैन जी, भारत लोक शिक्षा परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नन्द किशोर अग्रवाल,श्री घनश्याम दास जी, श्री एस. एन. बंसल जी, श्री सुरेन्द्र पाल गुप्ता जी, श्री संजीव गोयल जी, श्री नीरज रायजादा जी, श्री अश्वनी अग्रवाल जी सहित कई अन्य महानुभाव उपस्थित रहेI
इस कार्यक्रम में डॉ नंद किशोर गर्ग का सानिध्य प्राप्त हुआ, उत्तरी दिल्ली चैप्टर के अध्यक्ष श्री अखिल गुप्ता, चैप्टर चेयरमैन श्री भारत अग्रवाल जी, श्री मुकेश गुप्ता जी, डॉ एन के गोयल जी, सुनील गुप्ता, श्री राजेश मित्तल जी, श्री अजय अग्रवाल जी, श्री पंकज जैन जी, श्री राकेश बंसल जी, श्री बी.बी. चानना, सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामयी उपस्थिति रही।