मारवाह स्टूडियो हुए तीन दिवसीय 7वें ग्लोबल फेस्टिवल ऑफ जर्नलिज्म के अंतिम सत्र के दौरान पत्रकारिता के डिजिटलाइजेशन एवं मीडिया पब्लिक रिलेशन के विषय पर चर्चा की गई। भारत में वर्तमान समय में बढ़ते हुए डिजिटलाइजेशन के मुद्दे पर व्यापक चर्चा की गई।
इस कार्यक्रम में अभिषेक मल्होत्रा, आलोक कुमार, जेपी सिंह, आलोक मोहन नायक, डॉ बिन्नी सरिन, विनीता यादव, विजय शर्मा, उमेश चतुर्वेदी सहित समाज के कई दिग्गज हस्तियों ने भाग लेकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
इस कार्यक्रम के संयोजक ICMEI के प्रेसिडेंट संदीप मारवाह ने कहा कि पत्रकारिता में दिन प्रतिदिन चुनौतियां बढ़ती जा रही है जिसके लिए पत्रकारों को हमेशा तैयार रहना चाहिए
सातवें ग्लोबल फेस्टिवल ऑफ जर्नलिज्म में शहीद भगत सिंह का पोस्टर भी लांच किया गया और महान क्रांतिकारी के बलिदान दिवस के अवसर पर लोगों में राष्ट्रवाद की प्रेरणा जगाने की भी बात की गई।
इस कार्यक्रम में आए हुए सभी गणमान्य महानुभावों ने अपने अपने अनुभवों को भी साझा किया और पत्रकारिता के सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की, साथ ही साथ पत्रकारिता के क्षेत्र में रुचि रखने वाले युवाओं एवं छात्र-छात्राओं को सफलता के मंत्र भी बताये । वर्तमान भौतिकवादी विकासात्मक समाज में जिस तरह से लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए कार्यरत है, उससे ऊपर उठकर समाज के लिए चिंतन करने की बात पर भी विस्तार से चर्चा की गई और बताया गया कि समाज के बदलाव के लिए यह बहुत जरूरी है कि हमें सामाजिक चिंतन को भी ध्यान में रखना चाहिए।
महानुभावों ने कहा कि पत्रकारिता में अद्भुत क्षमता है और वह समाज और सत्ता दोनों को बदलने की क्षमता रखती है बस शर्त यह है कि वह सकारात्मक और सही दिशा में होनी चाहिए।
तीन दिन से चल रहे ग्लोबल फेस्टिवल ऑफ जर्नलिज्म का समापन बहुत ही शानदार रहा जिसमें समाज में सकारात्मक कार्य करने वाले प्रतिष्ठित लोगो और पत्रकारों को सम्मानित भी किया गया। मारवाह स्टूडियो ने देश का पहला ऐसा संस्थान बनने का गौरव प्राप्त किया है जिसने पत्रकारिता के लिए ग्लोबल फेस्टिवल का आयोजन किया है।