स्वतंत्रता सेनानियों और सकारात्मक व्यक्तित्वों को श्रद्धांजलि देकर जनता से जुड़े सकारात्मक मुद्दों पर परिचर्चा करना 22 राज्यों से जुड़े राम जानकी संस्थान, आरजेएस फैमिली,नई दिल्ली का एक सकारात्मक भारत मिशन 2019 है।
रविवार 07 अप्रैल को होनेवाली बैठकों की जानकारी देते हुए आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना ने कहा कि
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में जम्मू-कश्मीर के शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त एम.के.काॅल के सहयोग और अध्यक्षता में आरजेएस स्टार पत्रकार फैमिली और डे-नाइट इंडिया टीवी के रेशम दयाल-दीनदयाल 56वींआरजेएस सकारात्मक बैठक कर रहे हैं. वहीं रविवार 7 अप्रैल को ही समाजसेवी परमजीत सिंह पम्मा के सहयोग और अध्यक्षता में, पत्रकार सुनीत नरूला नई दिल्ली के कीर्ति नगर में 57वीं सकारात्मक बैठक कर रहे हैं जिसमें आरजेएस राष्ट्रीय संयोजक उदय कुमार मन्ना मुख्य अतिथि हैं। सकारात्मक बैठकें आरजेएस पाॅजिटिव मीडिया और स्थानीय नागरिकों के साथ महापुरुषों को श्रद्धांजलि देकर की जाती हैं।अबतक आरजेएस के 22 राज्यों में लगभग सौ से ज्यादा महान आत्माओं को श्रद्धांजलि देकर आशीर्वाद प्राप्त किया जा चुका है।
श्री मन्ना ने आगे बताया कि गाजियाबाद में 56 वीं आरजेएस बैठक में आरजेएस मीडिया स्टार डेली डायरी न्यूज़ के पत्रकार आरजेएस वक्ता प्रखर वार्ष्णेय, छत्रपति शिवाजी और पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर पर व्याख्यान देंगे वहीं कीर्ति नगर,नई दिल्ली में 57वीं आरजेएस बैठक में यूएनआई न्यूज चैनल के पत्रकार आरजेएस वक्ता संजय माही प्रथम स्वाधीनता संग्राम के नायक मंगल पांडे और राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के रचयिता बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय पर अपने विचार व्यक्त करेंगे।
आरजेएस की आगामी शिखर बैठक में उत्कृष्ट प्रदर्शन करनेवाले आरजेएस वक्ताओं को प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित करने की परंपरा पिछले चौबीस मार्च से शुरू है।
विदित है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन 7 अप्रैल 1948 को स्थापित हुआ था और 7 अप्रैल 1950 से विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने की शुरुआत हुई ।इस साल की थीम है यूनिवर्सल हैल्थ
कवरेज टू एवरीवन:एनीह्वेअर
यानी वित्तीय कठिनाइयों का सामना सामना किए बिना स्वास्थ्य सुविधा मिले।
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 6 अप्रैल से भारतीय नववर्ष शुरू हो रहा है । राष्ट्रीय विक्रम संवत का पहला दिन है और प्रभु श्री राम का अयौध्या लौटने पर राज्याभिषेक का दिन है। भक्ति और शक्ति के नौ दिन यानी नवरात्र का प्रारंभ होगा जो कि रामनवमी यानि राम जन्म से 9 दिन पहले से उत्सव की तैयारी शुरू हो जाती है।
भारतीय नववर्ष 6 अप्रैल को दयानंद सरस्वती द्वारा आर्य समाज की स्थापना की गई। वसंत ऋतु का आरंभ होता है चारों तरफ हरियाली आ जाती है ।किसान के मेहनत का फल मिलने का भी यही समय होता है यानि फसल कट कर घर आ जाती है और किसान के परिवार में उमंग और उत्साह का वातावरण बन जाता है। विद्यार्थियों की कक्षाएं बदलती हैं और भारत सरकार का वित्त वर्ष एक अप्रैल से शुरू हो जाता है।
मान्यता है कि ब्रह् मा जी ने इसी दिन सृष्टि की रचना की थी।
आरजेएस की बैठक में जिन महापुरूषों को दी जाएगी श्रद्धांजलि आइए उनके बारे में संक्षिप्त जानकारी ले लें।
छत्रपति शिवाजी को मां जीजाबाई ने राजनीति और युद्ध कौशल में निपुण तो बनाया ही बचपन से ही वीर रस की कहानियां सुनाकर उन्हें बहादुर और निडर बनाया।
समर्थ गुरु रामदास की संगत में शिवाजी ने धर्म और मातृभूमि की रक्षा का संकल्प जीवन भर निभाया।
उनके छापामार गौरिल्ला युद्ध का किस्सा इतिहास में दर्ज है।
बलिया उत्तर प्रदेश के नगवा गांव में जन्मे एक सिपाही मंगल पांडे प्रथम स्वाधीनता संग्राम 1857 की क्रांति के नायक थे, जिनकी शहादत ने भारत में पहली क्रांति के बीज बोए थे.
राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के रचयिता पश्चिम बंगाल के बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय हैं। इस गीत को उनके उपन्यास आनंद मठ से लिया गया है।
सादा जीवन और उच्च विचार को अपने आचरण से साबित करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर एक ईमानदार और कर्तव्य निष्ठ मंत्री तो थे ही पत्नी के निधन के बाद अपने दोनों बेटों के लिए मां की जिम्मेदारी भी उन्होंने बखूबी निभाई।
कैंसर की बीमारी ने इन्हें देशवासियों से जुदा कर दिया लेकिन एक महान सकारात्मक व्यक्तित्व के रूप में मनोहर पर्रिकर सदैव याद किए जाएंगे।
आरजेएस फैमिली ,56 वीं और 57वीं बैठकों के अपने सभी महापुरुषों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती है।