भारतीय शास्त्रयी भारत नाट्यम एवं कथक और पाश्चातये हीप-होप , कंटेम्पररी और बॉलीवुड शैल्य में 4 ग्रुपो की उम्र के हिसाब से पार्टिसिपेशन ने प्रोग्राम में हिस्सा लिया |प्रोग्राम बहुत ही शानदार रहा और NGO kc अल्पना कला केंद्र के शिष्यों द्वारा अपनी अपनी बहुत ही शानदार भूमिका निभाकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई |
कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकारों को विभिन्न विभिन्न उपहार देकर सम्मानित किया गया | सभी कलाकारों को प्रमाण पत्र और प्रथम द्वितीय उपहार दिया गया | NGO kc अल्पना कला केंद्र के द्वारा जज के पसंदीदा पेशकश प्राइज, ऑडियंस को लुभावने का प्राइज, छात्रवृति आउटस्टैंडिंग परफॉर्मर को प्राइज दिए गए |
सामाजिक बंदिशों और रूढ़िवादी परंपराओं से संघर्ष करने वाली राजकुमारी कल्पना भूषण (56) शास्त्रीय नृत्य के क्षेत्र में एक जाना-माना चेहरा है। सेक्टर-11 निवासी कल्पना का जन्म यूपी के बिजनौर जिले की रियासत राजा का ताजपुर में हुआ था। नामी और प्रतिष्ठित परिवार से होने के कारण उन्हें बचपन से ही पारिवारिक प्रतिष्ठा और सामाजिक रिवाजों से जुड़ी कई बंदिशों का सामना करना पड़ता था। ऐसे में उनके लिए नृत्यांगना बनने का सपना देखना आसान नहीं था। डॉक्टरेट की पढ़ाई के साथ ही कल्पना ने कथक, कुचीपुड़ी, भरतनाट्यम और वेस्टर्न जैसी कई नृत्य विधाओं में महारथ हासिल की है। साथ ही राजीव गांधी पुरस्कार, वुमन एंट्रप्रेन्योर, वुमेन लीडर जैसे कई पुरस्कार अपने नाम डटज किये । कल्पना ने साढे़ तीन साल की उम्र में नृत्य सीखने की इच्छा जताई। जिसे उस वक्त घरवालों ने मान लिया लेकिन जैसे-जैसे वह बड़ी होने लगीं, परिवार में आपत्तियां उठनी शुरू हो गई।