बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाली पी वी सिंधु ने खिताबी जीत के बाद कहा कि इस बार वह अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार थीं. ओलम्पिक रजत पदक विजेता सिंधु ने रविवार को बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप के फाइनल में दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से हराकर चैम्पियनशिप में पहली बार स्वर्ण पदक जीत लिया.
सिंधु इससे पहले इस टूर्नामेंट में लगातार दो बार फाइनल में हारी थीं. लेकिन, इस बार उन्होंने इस गतिरोध को तोड़ा और बैडमिंटन में पहली भारतीय वर्ल्ड चैम्पियन बन गईं. सिंधु ने इस जीत के बाद आईएएनएस से कहा, ‘इस बार मैं अपना खास देने के लिए तैयार थी. लेकिन मैंने इस मुकाबले को भी वैसे ही खेला, जैसा कि मैं पिछले मैच में खेली थी. मैंने केवल यही सोचा था कि यह मैच भी मेरे लिए केवल एक मैच की तरह ही है.’
इस जीत के साथ ही सिंधु विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं. सिंधु ने कहा, ‘मैं अपनी नई कोच किम के साथ पिछले कुछ समय से काफी अच्छी तैयारी कर रही थी. उसके बाद मेरे खेल में काफी सुधार हुआ है. इसके लिए मैं अपने कोच का भी धन्यवाद देती हूं. इसके अलावा मेरे फिटनेस कोच श्रीकांत को भी मैं धन्यवाद देना चाहूंगी.’ उन्होंने कहा, ‘टोक्यो ओलम्पिक अब ज्यादा दूर नहीं है, लेकिन मुझे मैच दर मैच आगे बढ़ना है. ओलम्पिक क्वालीफिकेशन अभी जारी है और मुझे उम्मीद है कि मैं इसमें अच्छा करूंगी. लेकिन अभी मैं इस जीत का जश्न मनाना चाहती हूं.’