भारत की रक्षा का जिम्मा और भारत की ताकत भारत की सेना है. दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सेना भारतीय सेना अपने रक्षा बजट में लगातार इजाफा कर रही है. भारत सरकार न सिर्फ अत्याधुनिक तकनीकों की खरीद कर रही है बल्कि स्वदेशी मिसाइल और हथियारों का निर्माण भी हो रहा है. इसी के तहत भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने हथियारों के जखीरे को बढ़ाने के लिए बजट की घोषणा की है.रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हथियारों की खरीद पर तक़रीबन 22,800 करोड़ का बजट निर्धारित किया है.
रक्षा मंत्रालय ने भारतीय नौसेना को छह पी8 आई पंडुब्बी रोधी युद्धक जेट विमान स्वदेश निर्मित हवाई चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली (अवॉक्स) विमान के अलावा सैन्य गतिविधियों के सामान खरीदे जा रहे हैं. रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने डिफेंस हथियारों की खरीद को रक्षा खरीद परिषद की हुई मीटिंग के बाद मंजूरी दे दी.
मंत्रालय ने जानकारी दी कि पी 8 आई पनडुब्बी रोधी युद्धक जेट के भारतीय जंगी बेड़े में शामिल हो जाने से नौसेना को काफी मजबूती मिलेगी।
नौसेना की ताकत और भी जबरदस्त हो जाएगी जब पनडुब्बी रोधी युद्धक जेट के हथियारों की श्रेणी में शामिल हो जाएगी. यह समुद्री तट की निगरीनी के साथ साथ समुद्री व्यापार की भी सुरक्षा करेगा।
फिलहाल नौसेना के पास उच्च श्रेणी के 8 पी8आई पंडुब्बी रोधक हथियार हैं. उनको तमिलनाडु के अरक्कोणम के पास आईएनएस रजाली पर तैनात किया गया है. इसके अलावा रक्षी खरीद परिषद ने दोहरे इंजन वाले हेलिकॉप्टरों की खरीददारी करने की मंजूरी भी दे दी है.
इस नयी तकनीक से समुद्रीय रस्ते से देश में आतंकियों के घुसपेठ को रोकने में आसानी होगी और हमारे देश की सीमा सुरक्षित रहेगी।
रक्षा मंत्रालय ने असॉल्ट राइफल्स के लिए थर्मल इमेजिंग नाइट साइट की खरीददारी को भी मंजूरी दे दी है. भारतीय नौसेना को इससे खराब मौसम में भी दूर तक निगरानी रख पाने या लक्ष्य साधने में आसानी होगी.