नए साल में ट्रेन से सफरकरना महंगा हो सकता है. रेलवे बोर्ड ने इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी है. दरअसल, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि रेलवे बोर्ड यात्री और माल ढुलाई भाड़े को मौजूदा हालात के हिसाब से तर्कसंगत बनाने जा रहा है. इसका मतलब है कि जहां किराया कम है वहां बढ़ाया जाएगा और जहां किराया ज्यादा है वहां कम किया जाएगा. यादव के मुताबिक, माल ढुलाई किराये में कुछ कमी आ सकती है. उन्होंने ये भी कहा कि काफी समय से यात्री किराये में बढ़ोतरी नहीं हुई है तो जहां किराया कम है वहां बढ़ोतरी हो सकती है. वहीं, माल भाड़े को रोड सेक्टर के अनुपात में तय किया जाएगा, जिससे रेलवे के माल ढुलाई किराये में कमी हो सकती है.
पिछले दिनों मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि रेलवे अधिक डिमांड वाले रूट्स पर यात्री किराये में वृद्धि करने जा रहा है. अब रेलवे बोर्ड के चेयरमैन भी कुछ ऐसे ही संकेत दे रहे हैं. किराये में वृद्धि का विचार ऐसे समय में सामने आया है, जब हाल में सीएजी ने कहा है कि रेलवे की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है