ईरान में हुए एयर स्ट्राइक में कासीम सुलेमानी की मौत हो गयी |वैसे तो सुलेमानी ईरान के पूर्व मेजर जनरल के साथ साथ एक ख़ास शख़्सियत थे जिनकी क़ुद्स फ़ोर्स सीधे देश के सर्वोच्च नेता आयतोल्लाह अली ख़मेनेई को रिपोर्ट करती है. सुलेमानी की पहचान देश के वीर के रूप में थी. ख़मेनेई ने उन्हें ‘अमर शहीद’ का ख़िताब दिया है|
सुलेमानी के मौत अमेरिका के लिए कितने अहम थे इसे उसस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है की उनकी मौत की ख़बर के आने के फ़ौरन बाद ही अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अमरीका के राष्ट्रीय झंडे की तस्वीर ट्वीट की|
वहीं ईरान में तीन दिन का शोक घोषित करते हुए देश के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतोल्लाह अली ख़मेनेई ने कहा कि ‘इस हमले के अपराधियों से गंभीर बदला’ लेने का इंतज़ार है| ईरान सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा है कि कुछ घंटे के बाद देश की शीर्ष सुरक्षा एजेंसियां इस आपराधिक हमले को लेकर बैठक करेंगी|
वहीं ईरान के विदेश मंत्री जवाद ज़रीफ़ ने इसे ‘अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद’ क़रार देते हुए अमरीका को इसका ख़ामियाज़ा भुगतने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी है.
जनरल सुलेमानी भले ही ईरान के एक बड़े सैन्यकर्मी और उभरते हुए नेता थे, अमरीका ने उन्हें और उनकी क़ुद्स फ़ोर्स को सैकड़ों अमरीकी नागरिकों की मौत का ज़िम्मेदार क़रार देते हुए ‘आतंकवादी’ घोषित कर रखा था.सुलेमानी को पश्चिम एशिया में ईरानी गतिविधियों को चलाने का प्रमुख रणनीतिकार माना जाता रहा है. 1998 से सुलेमानी ईरान की क़ुद्स फ़ोर्स का नेतृत्व कर रहे हैं |
ईरान पर अमरीकी प्रतिबंध और सऊदी अरब, यूएई और इसराइल की तरफ़ से दबाव किसी से छुपा नहीं है. और इतने सारे अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच अपने देश का प्रभाव बढ़ाने या यूं कहें कि बरक़रार रखने में जनरल क़ासिम सुलेमानी की भूमिका बेहद अहम थी और यही वजह थी कि वो अमरीका, सऊदी अरबऔर इसराइल की तिकड़ी की नज़रों में चढ़ गए थे. अमरीका ने तो उन्हें आतंकवादी भी घोषित कर रखा था.
ईरान में बढ़े तनाव पर भारत ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उन्हें अमेरिका द्वारा वरिष्ठ ईरानी नेता को मारे जाने की खबर मिली है, बढ़े हुए तनाव से पूरी दुनियां चौंक गई है, इस क्षेत्र में शांति और सुरक्षा भारत के लिए सबसे बड़ी प्राथमिकता है, यह जरूरी है कि स्थिति और न बिगड़े, भारत ने हमेशा संयम की वकालत की है और ऐसा करता रहेगा। भारत के अलावा पाकिस्तान ने भी अमेरिका और ईरान के बीच बढ़े तवाव पर दोनो पक्षों से संयम रखने की बात कही है।