स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय पल्स पोलियो मिशन को ‘अगले आदेश’ तक के लिए रोक दिया है. 9 जनवरी को जारी एक आदेश में सरकार ने कहा कि 16 जनवरी से देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण की शुरुआत हो रही है. इस आदेश में पोलियो टीकाकारण कार्यक्रम को रद्द करने का स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है. आदेश में कहा गया है कि ‘अप्रत्याशित परिस्थितियों’ के चलते यह फैसला लिया गया है|
राज्यों को इस आदेश की कॉपी नहीं मिली है जिसमें पोलियो कार्यक्रम को लेकर इंतजामों को रद्द करने की बात कही गई हो. देश में कोरोना टीकारण एक दिन बाद 17 जनवरी से पल्स पोलियो टीकाकरण की शुरुआत होनी थी, जिसके तहत पांच साल से कम उम्र के लाखों बच्चों पोलियों की दवा पिलाई जानी है|
सरकार 17 जनवरी से कोरोना टीकाकरण के पहले फेज की शुरुआत हो रही है. इसके तहत तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी. बता दें कि मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि दूसरी बीमारियों के लिए सामान्य तौर पर चलने वाला टीकाकरम कार्यक्रम भी प्रभावित ना हो|
हर वर्ष राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पर होने वाला पोलियो कार्यक्रम बहुमूल्य कार्यक्रम है. यह 17 जनवरी से शुरू होता है जो राष्ष्ट्रीय टीकारण दिवस भी है. इसके तहत 17.2 करोड़ बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाती है, जो उन्हें पोलियों के वायरस से बचाती है|