स्त्रियों का सम्मान का हनन होते देख रक्षक भाई अखिल भारतीय हिंदू युवा मोर्चा के सदस्यगण अति विषम परिस्थितियों में पदयात्रा करते हुए चूरु राजस्थान से दिल्ली तक केंद्रीय सरकार को लव जिहाद के विरुद्ध अत्यंत कठोर कानून बनाने और लागू करने की मांग रखने हेतु पहुंचे चिरकाल से यूरोपियों द्वारा स्त्रियों के सम्मान का जब भी हनन हुआ है भारतीय इतिहास गवाह रहा है कि नारी शक्ति में सनातन संस्कृति ने उसका शमन किया है। प्रभु मर्यादा पुरुषोत्तम राम श्री राम अवतार समय में माता सीता हरण हुआ|
एक विद्वान राक्षस द्वारा छल से सादुलपुर में कपट किया गया परिणाम सकल रावण कुल का नाश पीरु श्री कृष्ण काल में द्रोपती चीर हरण प्रणाम सर कल गौरव कुल का नाश 1000 साल पहले पृथ्वीराज चौहान काल में अंता आक्रमण में पराजित होकर भारतीय हिंदू महिलाओं पर अत्याचार एक बार पुनः प्रारंभ अत्याचारों के विरुद्ध महाराणा प्रताप का ऐतिहासिक संघर्ष श्री गुरु तेग बहादुर जी एवं श्री गुरु गोविंद सिंह जी एवं उनके साहिब जाधव का जीवन बलिदान यह सब हिंदुओं पर होने वाले अत्याचारों के विरुद्ध लड़े परंतु मियां को कॉल खंड में सभी हिंदू शक्तियों संगीत होकर नहीं लड़ी यह यही एक ऐतिहासिक त्रासदी सिद्ध हुई समस्या का जड़ मूल से संबंध नहीं किया जा सका ब्रिटिश राज में देवियों विश्वयुद्ध में 2500000 भारतीय सैनिकों का युद्ध कौशल पूरे विश्व में हुआजिसमें हाईफा का ऐतिहासिक युद्ध विश्वसनीय है जिसमें बिना पूर्ण हथियार से अभूतपूर्व बलिदान देकर विजय प्राप्त की|
नेताजी सुभाष चंद्र बोस का पराक्रम को इस विजय के साथ जोड़ा देख ब्रिटिश भारत की स्वतंत्र करने के लिए मजबूर हुए बेटी राज में स्वामी सहजानंद सरस्वती जी के नेतृत्व में विश्व का सबसे बड़ा किसान आंदोलन हुआ जिसमें की पूर्व से दारी नायकों के रूप में संपूर्ण महिला ही थी स्वाधीनता मिलने पर भारत का विभाजन धर्म के आधार पर हो तो गया परंतु बेटी जाते-जाते भारत में अराजक तत्वों द्वारा षड्यंत्र करने के तत्वों छोड़ गए जो कि वर्तमान में देश की सामाजिक स्थिति भयंकर अत्याचार की ओर बढ़ चुकी है एक बार फिर से विगत वर्षों से हिंदू कन्या एवं वीडियो पर यौन अत्याचार भिन्न प्रकार से होने प्रारंभ हो चुके हैं नाम बदलकर प्रेम जाल में फंसाना धर्म बदलने के लिए अब माननीय यातनाएं देना सरेआम कॉलेज के सामने गोली मार देना सब आम बात हो गई है यह कैसी विकृत मानसिकता है ऐसे संबंध से उत्पन्न संतान किस संस्कार की होगी यह तो संपूर्ण मानवता का विनाश करने की ओर अग्रसर होने का ही मार्ग हो सकता है लाखों की तादात में हिंदू लड़कियों के साथ यह अत्याचार हो चुका है और जा रही है इसलिए यह मांग है कि इस अत्याचार आतंकवाद की श्रेणी में रखते हुए कठोर कानून बनाया जाए|