कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत में हिस्सा लिया. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली में किसानों को अपमानित किया गया, उन्होंने ‘देशद्रोही’ और ‘आंदोलनजीवी’ कहा गया. दिल्ली का बॉर्डर प्रधानमंत्री के आवास से पांच किलोमीटर दूर है. पीएम नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया में भ्रमण किया लेकिन लाखों किसानों के पास जाकर उनके आंसू नहीं पोछ पाएं, उनकी राजनीति सिर्फ अपने खरबपति मित्रों के लिए है|
प्रियंका गांधी ने कहा, “यहां आना मेरा धर्म है और यहां आकर मैं किसी पर एहसान नहीं कर रही हूं. पीएम ने किसानों का मजाक बनाया. उन्हें परजीवी और आंदोलनजीवी कहा. राकेश टिकैत जी के आंखों में आंसू आते हैं तो पीएम मोदी के होठों पर मुस्कान आती है|
महापंचायत के संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भ्रमण करने के लिए दो हवाई जहाज खरीदे जिनकी कीमत 16 हजार करोड़ से ज्यादा की है लेकिन उनके पास किसानों के भुगतान के लिए पैसे नहीं है. संसद भवन, इंडिया गेट की सुंदरता के लिए 20 हजार करोड़ की स्कीम बन रही है और आपके गन्ने के दाम के भुगतान के लिए पैसे नहीं है.”
प्रियंका गांधी ने कहा कि पुरानी कहानियों में अंहकारी राजा होते थे. जैसे-जैसे उनकी सत्ता बढ़ती चली जा रही थी वो महल में बंद हो जा रहे थे. उनके सामने लोग सच्चाई कहने से डरने लगे, गिड़गिराने लगे, उनका अहंकार बढ़ने लगा. हमारे पीएम भी उन्हीं अहंकारी राजाओं जैसे बन गए हैं. उनको यह भी समझ नहीं आ रहा कि जो जवान इस देश की सीमा को सुरक्षित रखता है, वो जवान किसान का बेटा है. पीएम को उस जवान और किसान का आदर करना चाहिए|
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “पीएम मोदी ने आपके सामने आकर हर चुनाव में ये वादा किया था कि गन्ने का भुगतान आपको दिया जाएगा. मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि क्या आपको मिला? उन्होंने कहा था कि आपकी आमदनी दोगुनी होगी. क्या आपकी आमदनी दोगुनी हुई?” उन्होंने दावा किया कि धीरे-धीरे सरकारी मंडियां बंद हो जाएंगी तो आप लोगों का एमएसपी बंद हो जाएगा. नए कानूनों के तहत एमएसपी खत्म होगा|