नोएडा: फिल्म इंडस्ट्री और मीडिया क्षेत्र का प्रतिष्ठित संस्थान मारवाह स्टूडियो अपने गौरवशाली 30 वर्षों का सफ़र तय करके एक नया कीर्तिमान स्थापित कर चुका हैI फिल्म एवं टेलीविजन के क्षेत्र में भारत सहित पूरी दुनिया के छात्रों को अपनी ओर आकर्षित करने वाला उत्तर भारत का पहला प्रोफ़ेशनल स्टूडियो को इतने कम समय में कई राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय अवार्ड से भी सम्मनित किया जा चुका हैI
मारवाह स्टूडियो संस्थापक एवं इंटरनेशनल चेंबर ऑफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के प्रेसिडेंट संदीप मारवाह ने कहा की मैंने इसे कड़ी मेहनत और लगन से सींच कर बड़ा किया है, जिसमें मेरे माता पिता, मेरे सहयोगियों एवं परम परम पिता परमेश्वर का बहुत बड़ा सहयोग रहा है, उन्होंने कहा कि इस सफ़र में बहुत सी कठिनाईयों का भी सामना करना पड़ा लेकिन कोई भी समस्या आपके हौसलों से बड़ी नही हो सकती।
ICMEI के प्रेसिडेंट एवं मारवाह स्टूडियो के संस्थापक डॉ संदीप मारवाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्हें मारवाह स्टूडियों के इंफ्रास्ट्रक्चर में तीन साल का समय लगा. उन्होंने बताया कि 145 देश, मीडिया एक्सपर्ट, 60 देशों के ब्रैंड एम्बेसडर और कई कल्चर मिनिस्टर ने कई तरह से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अवॉर्ड देकर सम्मानित किया और निरंतर आगे बढते रहने के लिए हौसला अफ़जाई करते रहे.
संदीप मारवाह आगे कहते है कि ना जाने यह 30 का सफर देखते ही देखते कब पूरा हो गया ऐसा लगता है कि मानों यह कल की ही बात हो. 10 मार्च 1991 में जब मारवाह स्टूडियो लॉन्च किया गया था उस दिन को याद करके संदीप मारवाह कहते है कि हमारे लिए यह बेहद ही गर्व की बात है कि पूरे उत्तर भारत में हमने पहला प्रोफ़ेशनल फ़िल्म स्टूडियो का टाइटल प्राप्त किया। संदीप मारवाह आगे कहते हैं कि इन तीस साल के सफर में 7 वर्ल्ड रिकॉर्ड, 100 आर्गेनाइजेशन, 2 मिलियन लोगों का साथ, 145 देशो, 700 अवॉर्ड , 20,000 मीडिया एक्सपर्ट, काफ़ी सारे दिग्गज सेलीब्रेटी, और राज्य सरकार एंव केंद्र सरकार का साथ मिला जिससे आज मारवाह स्टूडियों ने अपना मुकाम हासिल किया है.
नोएडा फिल्म सिटी भारत का सबसे तेज गति से बढ़ता हुआ फिल्म सिटी है मारवाह स्टूडियो ने 2000 से अधिक शॉर्ट फिल्में बनाकर एक अंतर्राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किया है। ‘इंटरनेशनल चेंबर ऑफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री’ दुनिया का पहला ऐसा चेंबर है जो मीडिया एवं एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए पूरी तरह समर्पित है हमारे लिए बड़े गर्व की बात है कि 190 से अधिक देशों के साथ हम फिल्म के माध्यम से अपने सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
ICMEI के प्रेसिडेंट एवं मारवाह स्टूडियो के संस्थापक डॉ संदीप मारवाह ने कहा कि उनकी बायोग्राफ़ी के ऊपर काफ़ी सारी किताबें आ चुकी है, अब उनके पास बड़े पर्दे पर उनकी जीवनी उतारने के लिए कई सारे प्रपोज़ल आ चुके हैं. यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि आने वाले कुछ अगले सालों में हमें उनकी मेहनत, लगन और सफलता को देखने का मौका एक फ़िल्म के जरिए मिल सकता है.
सिनेमा का समाज के निर्माण पर बहुत गहरा असर पड़ता है इसलिए सिनेमा में सकारात्मक संदेश होना आवश्यक है जिससे व्यक्तित्व के विकास व सशक्त के समाज निर्माण में सहायता मिलती है।