देश में कोरोना वायरस महामारी का कहर बरकरार है. हालांकि अब दिल्ली, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में नए मामलों में गिरावट देखी जा रही है. यूपी में कम केस आने का एक कारण गावों में तेजी से कोरोना पर काबू पाया जाना भी है. राज्य में 4.5 करोड टेस्ट में से 2.34 करोड़ टेस्ट ग्रामीण क्षेत्रों में किए गए. अभी हर रोज ग्रामीण क्षेत्रों में एक लाख से ज्यादा टेस्ट हो रहें हैं.
सरकार ने बताया है कि 70 हजार से ज्यादा निगरानी समितियां गांव में घूम कर संदिग्ध संक्रमित को चिन्हित करती हैं और फिर आरआरटी को सूचित कर उनका टेस्ट और मेडिकल किट उपलब्ध कराती हैं. सरकार ने दावा किया है कि योगी सरकार के रेसिंग टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के फार्मूले की डब्ल्यूएचओ ने तारीफ की थी. सरकार ने कहा है कि पीक के समय से केस 60 फ़ीसदी कम हुए हैं।
सरकार ने बताया है कि आज उत्तर प्रदेश में देश में सबसे कम पॉजिटिविटी रेट 7% है. राज्य में रिकवरी रेट 90.11% है, सीएफआर 1% है और यह नेशनल एवरेज 1.1% से कम है. बड़ी बात यह है कि अभी पूरे प्रदेश में एक्टिव केस एक लाख 23 हजार 589 रह गए हैं.
बता दें कि यूपी में पिछले 24 घंटों में कोरोना के सात हजार 336 नए केस सामने आए हैं. वहीं, महामारी से 19 हजार 676 लोगों को छुटकारा मिला है. सरकार ने बताया है कि पिछले 18 दिनों में 1.86 लाख केस कम हुए हैं।
वहीं टेस्टिंग की बात करें तो पिछले दिन दो लाख 99 हजार 327 लोगों का टेस्ट किया गया है. जिसमें से ग्रामीण इलाकों में 2 लाख 19 हजार टेस्ट किए गए. इसमें आरटीपीसीआर टेस्ट एक लाख 22 हजार थे।