चिराग पासवान ने आज अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. सूत्रों के मुताबिक, बैठक का मकसद शक्ति प्रदर्शन ज्यादा है. बैठक के जरिए चिराग पासवान गुट ये साबित करने की कोशिश करेगा कि पार्टी और उसकी कार्यकारिणी के ज्यादातर नेता उन्हीं के साथ हैं. बैठक के पहले चिराग पासवान के घर के बाहर लगे पोस्टरों और बैनरों से बैठक के मकसद का अंदाजा लगाया जा सकता है. इन पोस्टरों पर लिखा है- हां, हम चिराग पासवान के साथ हैं. पार्टी सूत्रों का कहना है कि बैठक में चिराग पासवान के नेतृत्व में एक बार फिर विश्वास जताया जाएगा।
वैसे कहने के लिए बैठक में एक राजनीतिक प्रस्ताव भी लाए जाने की संभावना है. प्रस्ताव में चिराग पासवान में विश्वास व्यक्त करने के अलावा पार्टी को तोड़ने की हो रही कोशिशों की निंदा भी की जाएगी. पार्टी लगातार कहती आ रही है कि पशुपति पारस गुट की बगावत के पीछे जेडीयू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बड़ी भूमिका है. जेडीयू नेता ललन सिंह की बागी सांसदों के साथ बैठक की भी खबर और तस्वीर सामने आई थी।
एलजेपी का झगड़ा अब चुनाव आयोग के दरवाजे तक पहुंच चुका है और दोनों ही गुट असली एलजेपी होने का दावा आयोग के सामने पेश कर चुके हैं. पारस गुट पहले ही पटना में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर पशुपति पारस को अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष बना चुका है. जाहिर है अब चुनाव आयोग इन दावों पर अपना फैसला करेगा लेकिन फैसला लेने के पहले दोनों गुटों की ओर से पेश किए गए सबूतों को भी परखा जाएगा. ऐसे में चिराग गुट भी आज अपना शक्ति प्रदर्शन कर अपना मजबूत दावा चुनाव आयोग के सामने पेश करेगा।