यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोर्चा संभाल लिया है. लखनऊ पहुंचने के बाद से वो लगातार एक्शन में हैं, और उनकी मौजूदगी कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह भर रही है. प्रियंका गांधी आज अपने यूपी दौरे के दूसरे दिन लखीमपुर पहुंच रही हैं. वहां वो रेप पीड़ित बच्चियों के परिवार से मिलेंगी. प्रियंका के यूपी दौरे से कांग्रेस कार्यकर्ता उत्साह में हैं।
लखीमपुर खीरी में बीते दिनों 3 बच्चियों से रेप का मामला सामने आया था. कांग्रेस पार्टी ने इसे मुद्दा भी बनाया था, अब पीड़ित परिवारों से प्रियंका मुलाकात करने जा रही हैं. लखनऊ वापस लौटने के बाद प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली के ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात करेंगी. उसके बाद भर्ती घोटाले, रुकी हुई भर्तियों, प्रतियोगी छात्रों, बेरोजगार मंच के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेगी.
इस सारी कवायद का मकसद ये है कि अलग-अलग मुद्दों पर यूपी सरकार को घेरा जाए. शुक्रवार को प्रियंका ने कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर योगी सरकार पर निशाना साधा. दो दिन पहले अपने वाराणसी दौरे पर पीएम मोदी ने कोरोना काल में यूपी सरकार के काम की तारीफ करते हुए सीएम योगी की पीठ थपथपाई थी. इस पर भी प्रियंका ने निशाना साधा तो बीजेपी ने उन्हें राजस्थान की याद दिलाने की कोशिश की।
उत्तर प्रदेश में वापसी की तैयारी
यूपी में कांग्रेस की खोई हुई सियासी जमीन तलाशने की प्रियंका की कवायद लोकसभा चुनाव से ही जारी है. वो लगातार यूपी के अहम मुद्दों को लेकर सरकार से सवाल करती आ रही हैं. अब नजर 2022 के विधानसभा चुनाव पर है. लेकिन पिछले चुनावों के आंकड़े बता रहे हैं कि कांग्रेस की राह आसान नहीं है।
2007 में कांग्रेस ने 22 सीटों पर जीत दर्ज की थी, और उसे 8.61% वोट मिले थे, 2012 में 28 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली, और उसे 11.65% वोट मिले. लेकिन 2017 में कांग्रेस के सिर्फ 7 उम्मीदवार ही जीत हासिल कर पाए, और उसके खाते में सिर्फ 6.25% वोट आए थे।
इन आंकड़ों को बदलने और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करने के लिए ही प्रियंका यूपी की सियासी जमीन पर योगी को चुनौती देने उतरी हैं. हालांकि प्रियंका डेढ़ साल बाद लखनऊ पहुंची हैं, लेकिन अब उनकी कोशिश होगी कि वो लगातार यूपी के कार्यकर्ताओं से संपर्क बनाए रखें, ताकि चुनाव तक कांग्रेस का माहौल बना रहे।