चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने पंजाब विधानसभा चुनावों से ठीक पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के ‘प्रधान सलाहकार’ पद से इस्तीफा दे दिया है. प्रशांत किशोर इसी साल सीएम अमरिंदर के ‘प्रधान सलाहकार’ के रूप में नियुक्त हुए थे. पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होंगे. प्रशांत किशोर ने साल 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के चुनाव अभियान की कमान संभाली थी|
प्रशांत किशोर ने अपने फैसले की जानकारी देते हुए सीएम अमरिंदर सिंह से कहा है, ‘’सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका से अस्थायी अवकाश लेने के अपने निर्णय के मद्देनजर मैं आपके ‘प्रधान सलाहकार’ के रूप में जिम्मेदारियों को संभालने में सक्षम नहीं हूं. मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त करने की कृपा करें.’’
प्रशांत किशोर ये बात जाहिर चुके हैं कि I-PAC की उनकी टीम सियासी समीकरणों को साधने का काम तो कर रही है, लेकिन बहुत लंबे समय तक उनका ये करने का मन नहीं है. इससे पहले प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने संबंधी प्रस्ताव पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं के साथ मंथन किया था|
कांग्रेस के अधिकतर नेताओं का मानना था कि उनके आने से कांग्रेस को फायदा होगा. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने 22 जुलाई को यह बैठक बुलाई थी और इसका मुख्य एजेंडा पार्टी में शामिल होने की स्थिति में प्रशांत किशोर को दी जाने वाली भूमिका और इससे पार्टी को होने वाले हानि-लाभ पर चर्चा करना था. हालांकि प्रशांत किशोर की ओर से कुछ नहीं कहा गया है और और कांग्रेस ने भी इस बारे में आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है|